- आई इम्पैक्ट

- लाख कोशिशों के बाद भी बोर्ड और शासन की तैयारी फेल

- सरकारी व एडेड आगे फिर से दिखा वित्त विहीन स्कूलों का दबदबा

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ALLAHABAD: यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में नकल रोकने और नकल माफियाओं पर लगाम लगाने की बोर्ड की तैयारियां शुरुआत में ही फेल होती नजर आने लगी। बोर्ड परीक्षा के लिए केन्द्र बनाने में मनमानी रोकने और फर्जीवाड़े पर लगाम लगाने के लिए इस बार यूपी बोर्ड की तरफ से कई मानक निर्धारित किए गए थे। बोर्ड को उम्मीद थी कि इन मानकों पर खरे उतरने वाले स्कूल ही सेंटर बन पाएंगे। इतना ही नहीं वित्तविहीन स्कूलों पर अंकुश लगाने के लिए बोर्ड की तरफ से गर्वनमेंट और एडेड स्कूलों को ही प्राथमिकता के आधार पर केन्द्र बनाने का निर्देश दिया गया था। बोर्ड की नई व्यवस्था को लेकर दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने सवाल भी उठाए थे। इसमें कहां गया था कि सरकारी व एडेड स्कूलों में मानक के अनुरूप सुविधाएं नहीं है। ऐसे में मानक के हिसाब से सेंटर बनाने के लिए होने वाली मार्किंग में सरकारी व एडेड स्कूल ही फेल होंगे।

सेंट्रलाइज्ड व्यवस्था भी फेल

यूपी बोर्ड ने इस बार नई व्यवस्था के अन्तर्गत परीक्षा केन्द्र बनाने के लिए सेंट्रलाइज्ड व्यवस्था की थी। इसके लिए बोर्ड की तरफ से विशेष रूप से ऐप तैयार कराया गया था। बोर्ड की लाख तैयारियों और प्लानिंग के बाद भी सभी तैयारियां फेल साबित हो गई। बोर्ड परीक्षा के लिए बनाए गए केन्द्रों की सूची में इस बार भी सरकारी और एडेड स्कूलों के मुकाबले वित्त विहीन स्कूलों ने फिर से बाजी मार ली। हालांकि लास्ट ईयर के मुकाबले इस बार बोर्ड परीक्षा के लिए केन्द्र की संख्या में 3,357 केन्द्र की कमी आई है। उसके बाद भी सर्वाधिक वित्तविहीन ही संभावित परीक्षा केन्द्र की सूची में शामिल हैं। जबकि सरकारी और एडेड स्कूलों की संख्या लास्ट ईयर के मुकाबले काफी कम है।

मार्किंग के आधार पर बनने थे केन्द्र

यूपी बोर्ड की ओर से इस बार परीक्षा केन्द्र बनाने के लिए स्कूलों में सुविधाओं के आधार पर मार्किंग की व्यवस्था की थी। उसी के आधार पर सॉफ्टवेयर को स्वत: ही परीक्षा केन्द्र बनाने थे। सरकारी और एडेड स्कूलों में सुविधाओं की कमी का ही असर था कि इस बार भी मार्किंग के चक्कर में वित्तविहीन स्कूल को सर्वाधिक परीक्षा केन्द्र बनाया गया है।

फैक्ट फाइल

पिछले साल का आंकड़ा

स्कूल संख्या

सरकारी 513

एडेड 3692

वित्तविहीन 7,209

कुल केन्द्र 11,414

इस साल जारी संभावित सूची

स्कूल संख्या

सरकारी 377

एडेड 3,437

वित्तविहीन 4,243

कुल केन्द्र 8057

वर्जन

परीक्षा केन्द्र बनाने में कई तरह की गड़बडि़यां देखने को मिली हैं। इसकी जांच कराई जा रही है। दोषियों के खिलाफ शासन को पत्र भेजकर कार्रवाई कराई जाएगी।

-नीना श्रीवास्तव

सचिव, यूपी बोर्ड