मॉडल स्कूल को नहीं मिले पर्याप्त शिक्षक

दो स्कूलों को दीन दयाल उपाध्याय के नाम पर शुरू करने की तैयारी

ALLAHABAD: सूबे में सत्ता परिवर्तन के बाद कई बदलाव को लेकर चर्चाएं हुई। जिसमें माध्यमिक शिक्षा के अन्तर्गत तैयार हुए मॉडल स्कूलों में दो स्कूलों का नाम पं। दीन दयाल उपाध्याय के नाम पर करने की योजना बनी। इन स्कूलों को तैयार कराने के लिए प्रशासनिक अमला भी तेजी से जुट गया, लेकिन उसके बाद भी जिले में तैयार किए गए दोनों मॉडल स्कूल को पर्याप्त संख्या में शिक्षक नहीं मिल पाए। इसके ठीक उलट समाजवादी सरकारी में तैयार कराए गए समाजवादी मॉडल स्कूल में हर प्रकार की सुविधाएं दी गई हैं। तीन साल पहले जिले के तीन स्कूलों का चयन मॉडल स्कूल के लिए किया गया था। जिसमें एक स्कूल का तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने बारा विधानसभा क्षेत्र में उद्घाटन किया था।

तीन-तीन करोड़ खर्च से बने स्कूल

जिले में तैयार कराए गए तीनों स्कूलों के लिए 3-3 करोड़ रुपए का बजट जारी किया गया था। तीनों ही स्कूलों को सीबीएसई स्कूलों की तर्ज पर तैयार कराया जाना था। जहां पर क्लास 9 से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई कराने की व्यवस्था की गई थी। इन स्कूलों में पांच -पांच टीचर्स की नियुक्ति होनी थी। समाजवादी पार्टी की सरकार के समय अखिलेश यादव द्वारा शुरू किए गए स्कूल में तो सभी सुविधाएं उपलब्ध है। जबकि सत्ता परिवर्तन के बाद अन्य दोनों मॉडल स्कूलों में पांच-पांच शिक्षकों में से सिर्फ दो-दो शिक्षकों की नियुक्ति ही की जा सकी है। बता दें कि नए सत्र की शुरुआत सोमवार से हो चुकी है।