BAREILLY ।
अंडा खाने के शौकीन लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। अंडे को अलग-अलग तरह से खाने के लिए लोग कई तरह के प्रयोग करते हैं, लेकिन अब उन्हें एक अलग अनुभव करने को मिलेगा। जल्द ही मार्केट में अब अंडे की रसमलाई आने वाली है। जिसका स्वाद ले सकेंगे। इसके लिए सीएआरआई में अंडे की रसमलाई बनाने में सफलता पाई है। जो एक माह तक खाने योग्य रहती है। इस प्रोडक्ट को मार्केट में लाने के लिए ट्रेड मार्क लेने का प्रोसीजर चल रहा है.
पोस्ट हार्वेस्ट टेक्नोलॉजी से हुई तैयार
सीआरआई के वैज्ञानिकों ने पोस्ट हार्वेस्ट टेक्नोलॉजी के जरिए अंडे की रसमलाई बनाने में सफलता पाई है। रसमलाई के अलावा भी वैज्ञानिक अन्य प्रोडक्ट पर भी काम कर रहे हैं। इस रसमलाई की खास बात ये है कि इसमें अंडे की स्मैल नहीं आती। रसमलाई बनाने में अंडे, मिल्क पाउडर, मिल्क और फ्लेवर अपनी च्वाइस के हिसाब से रख सकते हैं। रसमलाई बनाने के लिए चार कच्चे अंडे मिल्क पाउडर में फोड़कर डाल दें। इसके लिए दो किलो दूध में चीनी मिलाकर को खूब गढ़ा होने तक उबालें। दूध के गाढ़ा होने पर कच्चे अंडे और मिल्क पाउडर को दूध में छोड़ दें। कुछ समय के लिए छोड़ दें। अपने फ्लेवर के अनुसार उसमें फ्लेवर डाल सकते हैं और ड्रायफूड डालकर रसमलाई का आनंद ले सकते हैं। रसमलाई को सावधानी पूर्वक मानक के अनुसार तापमान पर रखकर एक माह तक यूज कर सकते हैं
ट्रेडमार्क का चल रहा प्रोसेज
अंडे की रसमलाई को लोगों के बीच लाने के लिए सीएआरआई द्वारा ट्रेडमार्क लेने का प्रोसीजर शुरू कर दिया गया है। रसमलाई को जल्द ही मार्केट में उपलब्ध होने की उम्मीद जताई जा रही है। वैज्ञानिक लोगों को अंडे कई तरह के प्रोडक्ट को बनाने में रिसर्च जारी है। जल्द ही अंडे की और भी डिश बनाने में सफलता हासिल होगी जो लोग इससे पहले कभी भी न सुना होगा और न ही टेस्ट किया होगा।
अंडे की रसमलाई को बनाने में सफलता मिली है। ये डिश जल्द ही लोगों की पहुंच तक लाने के लिए ट्रेडमार्क लेने का प्रोसीजर चल रहा है। इस डिश को खाने पर अंडे की स्मेल नहीं आती और से दूध से बनने वाली रसमलाई से कहीं ज्यादा प्रोटीन है। डॉ। संजीव गुप्ता, वैज्ञानिक