- नवनिर्मित पुल के घंसने से आक्रोशित हुए लोग

- दो महीने में पुल की मरम्मत के आश्वासन पर हटा जाम

CHAIBASA: तांतनगर-काठभारी मुख्य सड़क पर अवस्थित सेरेंगबिल गांव के समीप नदी पर बने नवनर्मित पुल के पहली बरसात में धंस जाने के नाराज जनता का आक्रोश आखिर शुक्रवार को फूट पड़ा। यह झारखंड और ओडि़शा को जोड़ने वाली एक मात्र सड़क है। आक्रोशित लोग शुक्रवार की सुबह पांच बजे से ही तांतनगर-काठभारी-चाईबासा मुख्य मार्ग का जाम लगाकर बैठ गई। इसका नेतृत्व प्रखंड प्रमुख लक्ष्मी पुरती कर रही थी। जाम के कारण इस सड़क से होकर वाहनों का आवागमन दिनभर ठप रहा। इससे छोटे-बड़े वाहनों की लंबी कतारें लग गयी।

बीडीओ ने की जाम हटाने की कोशिश

जानकारी पाकर ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर (बीडीओ) अशीष मंडल जाम स्थल पर पहुंचे तथा लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटवाने का प्रयास किया। आक्रोशित लोग लिखित आश्वासन की मांग को लेकर डटे रहे। लोगों को कहना है कि मौखिक आश्वासन तो सभी पदाधिकारी देते हैं लेकिन बाद में उसे पूरा नहीं करते। इसलिए धंसे पुल की मरम्मत कराने के लिए लिखित आश्वासन मिलने के बाद ही जाम को हटाया जाएगा। इसकी सूचना पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता मनोरंजन सिन्हा को दी गयी। कार्यपालक अभियंता ली¨डग कांस्ट्रक्शन कंपनी के ठेकेदार संतोष कुमार सिंह के साथ उक्त स्थल पहुंचे। यहां मौखिक आश्वासन देकर लोगों को समझाने बुझाने का काफी प्रयास किया ¨कतु लोग नहीं माने। अंत में कार्यपालक अभियंता मनोरंजन सिन्हा एवं ठेकेदार संतोष कुमार सिंह ने दो माह के अंदर पुल का मरम्मत कर देने का लिखित आश्वासन दिया। इसके बाद ही जाम को हटाया गया। इस मौके पर प्रखंड उप प्रमुख शीतल कुमार पुरती, कसेया पंचायत के मुखिया जम्बीरा तोपनो, तांतनगर पंचायत के मुखिया शैलेंद्र पुरती, विनोद बिरूली, जकसन बिरूली, चोकोय बिरूली, विक्रम बिरूली, जुरान सिंह बिरूली, लोबो बिरूली, मगन सामड, दामु बिरूली, सुखलाल सामड, मिसराय पुरती, कृष्णा पुरती, अजय देवगम, बुंय बिरूली, शिवो बिरूली, भोलानाथ सामड, महेंद्र कुम्हार समेत काफी संख्या में लोग शामिल थे। बता दें कि चार दिन पूर्व हुई मूसलधार बारिश में सेरेंगबिल गांव के पास बना नवनिर्मित पुल छह इंच धंस गया है। इससे दुर्घटना की संभावना बनी हुई है। लोग इस पुलिया से होकर अपनी दो और चार पहिया वाहनों को लाने ले जाने में कतरा रहे हैं। गुरुवार को मंझारी प्रखंड के मेरोमहोनर गांव निवासी सतीश बिरूवा सड़क दुर्घटना का पहला शिकार बना। इससे लोगों का और आक्रोश बढ़ता गया।