- बिजली विभाग ने शुरू कर दी कार्रवाई, बीडीए कर रहा तैयारी

नगर निगम ट्रक ड्राइवर को ही दे रहा दोष

<- बिजली विभाग ने शुरू कर दी कार्रवाई, बीडीए कर रहा तैयारी

नगर निगम ट्रक ड्राइवर को ही दे रहा दोष

BAREILLY:

BAREILLY:

8 अप्रैल को सेटेलाइट बस स्टैंड पर स्ट्रीट का लाइट का खंभा गिरने से घायल हुई छात्रा प्रियंका की मौत के बाद बिजली विभाग ने जर्जर पोलों को दुरूस्त करना शुरू कर दिया है। तो बीडीए ने भी अपने खंभो की फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कराना शुरू कर दिया है। पर, अफसोस इतने बड़े वाकये से सबक लेकर कमजोर पड़ चुके खम्भों की मरम्मत या रिप्लेस कराने की बजाय ट्रक ड्राइवर को ही दोषी बताने में दिमाग लगा रहा है।

बीडीए दुरुस्त कराएगा जर्जर पोल

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में प्रमुखता से प्रकाशित खबर के बाद बीडीए के अधिकारी हरकत में आए हैं। बीडीए द्वारा रोड निर्माण के दौरान स्ट्रीट लाइट का पोल लगा था, जो महज तीन वर्ष में ही जर्जर हो गया। मामले की जानकारी होने पर बीडीए ने वर्षो पहले आवासीय कॉलोनियों और रोड पर लगाए गए खंभों की फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने जा रहा है। साथ ही, जो खंभे जर्जर हैं, उनमें केजिंग व अन्य को बदलने की तैयारी करने जा रहा है। फ्0 अप्रैल तक सर्वे रिपोर्ट आने के बाद बीडीए खंभों को मजबूती देने की कार्रवाई शुरू करेगा। बीडीए सचिव ने बताया कि रिपोर्ट तैयार करने के आदेश जेई को दिए हैं।

नगर निगम का ढुलमुल रवैया

एक ओर मेयर डॉ। उमेश गौतम प्रकाश विभाग के जरिए नगर निगम के जर्जर पोल की रिपोर्ट तलब करने की बात कह रहे हैं तो दूसरी ओर, प्रकाश विभाग एलईडी लगा रही ईएसएल कंपनी की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। मेयर की मानें तो करीब 7 दिन में रिपोर्ट आने के बाद जर्जर पोल की शिफ्टिंग शुरू होगी, लेकिन ईएसएल की रिपोर्ट आने में करीब साल भर का वक्त लगना तय है। नगर निगम के जिम्मेदार खंभे की चपेट में आने से हुई मौत के बाद भी ढुलमुल रवैया अपनाए हुए हैं तो अन्य मामलों में क्या कार्रवाई हो रही होगी यह कहने की जरूरत नहीं। फिलहाल मेयर अपनी बात पर अडिग हैं और कार्रवाई का आश्वासन दे रहे हैं।

आवासीय कॉलोनी और रोड पर लगाए गए विद्युत पोल का सर्वे कर रिपोर्ट के आधार पर केजिंग या उन्हें बदलने की कार्रवाई होगी।

सुरेंद्र प्रसाद सिंह, सचिव, बीडीए

बीडीए ने खंभा लगाया था हैंडओवर के दौरान चेक कर अधिगृहित किया गया। टैंकर की टक्कर न होती तो खंभा न गिरता, नगर निगम जिम्मेदार नहीं है।

जितेंद्र उपाध्याय, प्रकाश अधीक्षक, नगर निगम