-आयोग ने तलब की जिला प्रशासन से रिपोर्ट, राज्य निर्वाचन आयोग भी सख्त

-बूथ स्तर से लेकर डीएम तक का स्पष्टीकरण, डीएम ने आकस्मिक बैठक बुलाई

Meerut : 'वोट बसपा पर, जा रहा है भाजपा को.' वार्ड 89, रशीद नगर के बूथ संख्या 997 में ईवीएम में आई इस गड़बड़ी ने मेरठ जिला प्रशासन की जान सांसत में डाल दी है। मतदान के अगले दिन गुरुवार को भारत निर्वाचन आयोग ने ऑनलाइन पोर्टल और न्यूज चैनल्स पर चल रही इस खबर को संज्ञान में लेकर जिला प्रशासन से स्पष्टीकरण तलब किया है। डीएम से लेकर बूथ पर तैनात मतदान कर्मियों तक का स्पष्टीकरण लिया गया। उधर, राज्य निर्वाचन आयोग ने भी जिला प्रशासन से स्थिति स्पष्ट करने के आदेश दिए। आलम यह रहा कि शाम 3 बजे डीएम को कलक्ट्रेट में मतदान प्रक्रिया में लगे अधिकारियों की एक मीटिंग बुलानी पड़ी।

जरा समझ लें

बुधवार को मतदान प्रक्रिया के दौरान संवेदनशील मेरठ में प्रात: करीब 8 बजे, वार्ड संख्या-89 रशीद नगर में जेके पब्लिक स्कूल स्थित बूथ नंबर 997 पर अभी पहली वोटर शबीना ने मेयर प्रत्याशी को वोट दिया ही था कि ईवीएम पर लाल बत्ती किसी दूसरे प्रत्याशी के अलावा नोटा पर जल गई। एक अन्य वोटर इस्तियाक ने बटन दबाया तब भी वहीं हुआ जो नहीं होना था। इसी बीच तीसरे वोटर तसलीम आरिफ गड़बड़ी को भांपकर ईवीएम के पास ही खड़े हो गए। उन्होंने वोट कास्ट किया तब भी वहीं एरर मिला। 'वोट बसपा को किया और जा रहा था भाजपा को' हालांकि 1 नंबर पर मौजूद प्रत्याशी के अलावा नोटा पर भी रेड लाइट जल रही थी। बूथ से निकली अफवाह ने शहर के मुस्लिम बहुल हिस्सों को सुलगा दिया। शिगूफा शुरू हुआ तो हंगामा कर रही भीड़ को पुलिस ने लाठी फटकार कर भगाया।

मेल ने मचाई खलबली

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा गुरुवार को राज्य निर्वाचन आयोग और मेरठ प्रशासन को आए मेल के बाद खलबली मच गई। सहायक निर्वाचन अधिकारी सुनेश कुमार ने आनन-फानन में निर्वाचन कार्यालय (नगर निगम) पहुंचकर मेल के संबंध में जानकारी जुटाना शुरू कर दिया। डीएम समीर वर्मा के निर्देश पर बूथ पर तैनात मतदान कार्मिकों से लेकर सेक्टर-जोनल मजिस्ट्रेट, रिटर्निग अफसर से प्रकरण के संबंध में स्पष्टीकरण लिया गया। ईसीआईएल के तकनीशियन से भी प्रशासन ने स्पष्टीकरण लिया। राज्य निर्वाचन आयोग सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी अरविंद कुमार पाण्डेय की ओर से डीएम को भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के संबंध में स्पष्टीकरण देने के लिए भी कहा गया। आनन-फानन में डीएम ने प्रक्रिया से जुड़े सभी अधिकारियों के साथ बैठककर जबाव तैयार कराया और भारत निर्वाचन आयोग एवं राज्य निर्वाचन आयोग को भेजा।

गोपनीयता भंग करने वाले पर भी शिकंजा

एडीएम प्रशासन एसपी पटेल ने बताया कि तकनीकी खामी की वजह से बटन को दबाने पर किसी अन्य प्रत्याशी के सामने लाइट जल रही थी। साथ ही नोटा की लाइट भी जल रही थी। एडीएम ने बताया कि मतदान की गोपनीयता भंग करने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर विचार किया जा रहा है। मतदान प्रक्रिया की गोपनीयता का भंग करना अपराध है। वीडियो बनाकर, फोटो खींचकर गोपनीयता को भंग करने का प्रयास पोलिंग बूथ पर किया गया है।

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भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर वार्ड 89 के बूथ नंबर 997 में ईवीएम खराबी के बारे में विस्तृत जानकारी दे दी गई है। तकनीकी गड़बड़ी की पुष्टि जांच में हुई है।

-समीर वर्मा, डीएम एवं जिला निर्वाचन अधिकारी (नगर निगम) मेरठ।