आई-एनालिसिस

बीजेपी का अभेद्य किला ढहाने का कांग्रेस पाले है मंसूबा

- 89 से लेकर अभी तक कैंट में सिर्फ बीजेपी और हरबंस

- एंटी इनकमबेंसी को भुनाने की जुगत में जुटी है कांग्रेस

DEHRADUN: चुनावी रणभेरी बज चुकी है। कांग्रेस और बीजेपी अपनी-अपनी मजबूत और कमजोर सीटों का आंकलन कर रही हैं। पार्टी के सर्वे चल रहे हैं। जिस एक विधानसभा सीट पर आकर सारी चीजें ठिठक रही है, वो है देहरादून की कैंट विधानसभा सीट। ख्7 साल में 07 चुनाव और रिजल्ट एक। बीजेपी से हरबंस कपूर। इन स्थितियों के बीच, इस बार फिर से कैंट का मैदान है, जिसके लिए सबसे ज्यादा घमासान है। बीजेपी को अपनी जीत की परंपरा पर यकीन है, तो कांग्रेस ये मानकर चल रही है कि इस बार एंटी इनकमबेंसी को वह भुना ले जाएगी।

हरबंस कपूर, कैंट के बेताज बादशाह

यूपी के जमाने से हरबंस कपूर इस सीट पर बेताज बादशाह बनकर उभरे हैं। वर्ष क्989 के चुनाव में पहली बार हरबंस कपूर इस सीट पर चुनाव जीते और फिर उसके बाद कभी नहीं हारे। यूपी में रहते हुए कपूर ने चार चुनाव जीते, जबकि उत्तराखंड राज्य बनने के बाद अभी तक वह फ् चुनाव जीत चुके हैं। कपूर यूपी के मंत्री रहे, उत्तराखंड के मंत्री, स्पीकर रहे और उत्तराखंड के ऐसे विधायक बनकर उभरे हैं, जिन्हें हराना असंभव सा लगता रहा है।

पहले देहराखास, अब कैंट सीट

यूपी के जमाने में देहराखास सीट का हरबंस कपूर ने प्रतिनिधित्व किया, जबकि राज्य बनने के बाद हुए परिसीमन में यह सीट कैंट हो गई। कैंट सीट की खासियत ये है कि इसमें पॉश इलाके ज्यादा हैं। साथ ही हर वर्ग के वोटर मिलते हैं।

बीजेपी में क्, कांग्रेस में अनेक दावेदार

कैंट विधानसभा सीट को लेकर प्रमुख पार्टियों की दावेदारी को देखें, तो बीजेपी में सिर्फ क् यानी हरबंस कपूर दावेदार हैं, जबकि कांग्रेस में दावेदारों की संख्या फ्8 से ज्यादा बताई जा रही है। यह संख्या पूरे प्रदेश में किसी भी अन्य सीट पर दावेदारों की संख्या के लिहाज से सबसे ज्यादा है। प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना से लेकर लालचंद्र शर्मा, रामकुमार वालिया, दीप वोहरा जैसे तमाम कांग्रेसी नेता इस सीट के लिए दावेदारी जता रहे हैं। आम आदमी पार्टी से नाता तोड़कर अपनी अलग पार्टी हमारा उत्तराखंड मंच यानी हम बनाकर अनूप नौटियाल भी मैदान में हैं।

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कैंट में हमारी जीत की परंपरा रही है। ये परंपरा इस बार भी जारी रहेगी, ऐसा हमें पूरा विश्वास है। हरबंस कपूर जी के काम, मोदी जी इमेज और हरीश रावत सरकार का भ्रष्टाचार बीजेपी की जीत का आधार बनेगा।

-उमेश अग्रवाल, अध्यक्ष, दून महानगर बीजेपी।

बीजेपी के खिलाफ कैंट में माहौल है। इसके विपरीत, कांग्रेस सरकार ने वहां पर विकास के तमाम कार्य करवाए हैं। रोड और पेयजल पर सबसे ज्यादा काम हुआ है। हम निश्चित तौर पर इस बार जीतेंगे।

-पृथ्वीराज सिंह चौहान, अध्यक्ष दून महानगर, कांग्रेस।