- नहीं चलेगा कोई जुगाड़, शमन शुल्क से नहीं बनेगी बात

- बिजली चोरी करते पकड़े गए तो होगी एफआईआर

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : बिजली चोरी करने वालों को अब एफआईआर का सामना करना ही पड़ेगा। बिजली विभाग की चेकिंग में पकड़े जाने पर शमन शुल्क देकर बच नहीं सकेंगे, तत्काल एफआईआर दर्ज होगी। ये फरमान दिया है बिजली विभाग के प्रमुख सचिव ने। इस आदेश के बाद महानगर में कुल 50 कंज्यूमर्स की चेकिंग की गई, जिसमें से 15 कंज्यूमर्स पर बिजली चोरी की एफआईआर दर्ज कराई गई है।

लाइन लॉस और बकाया रोकने को लिया फैसला

महानगर विद्युत वितरण निगम के आंकड़ों पर नजर डालें तो पहले महानगर में डेली 15 प्रतिशत के लगभग लाइन लॉस होता था। अक्टूबर माह में चले कांबिंग अभियान में लाइन लॉस घट कर 8-10 प्रतिशत के लगभग आ गया था। लाइन लॉस को रोकने के लिए प्रमुख सचिव के आदेश पर यह अभियान नवंबर में भी चलाया जा रहा है। बिजली विभाग के सोर्सेज की माने तों इस माह कांबिंग अभियान से लाइन लॉस लगभग 5 परसेंट हो गया है। एसई की मानें तो इसे 2-3 परसेंट लाने की कोशिश है। अगर ऐसा हुआ तो सिटी में बिजली चोरी पूरी तरह से रुक जाएगी।

15 कंज्यूमर्स पर हुई एफआईआर

बिजली चोरी रोकने और राजस्व वसूली के लिए पिछले एक माह से अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में पहले बिजली चोरी पकड़े जाने पर विभाग शमन शुल्क लेने का भी अधिकारी था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब केवल एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। आदेश आने के एक सप्ताह के आंकड़ों पर नजर डालें तो लगभग 50 कंज्यूमर्स की चेकिंग की गई है। इनमें से 15 कंज्यूमर्स पर एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं 4 लाख 76 हजार रुपए का बिल वसूला गया है।

पहले आदेश था कि बिजली चोरी करते पकड़े जाने पर लोड के हिसाब से शमन शुल्क लगाया जाए। शमन शुल्क न देने की स्थिति में एफआईआर दर्ज कराई जाती थी। अब शमन शुल्क नहीं लिया जाएगा, सीधे एफआईआर दर्ज होगी।

एसपी पांडेय, एसई, महानगर विद्युत वितरण निगम