- तीन बार स्थगित करनी पड़ी विधानस5ा, बेल में डटा रहा विपक्ष

- हंगामे के बीच पटल पर र2ो गये पांच विधेयक, हुए विधायी कार्य

LUCKNOW : विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन दोनों सदन विपक्ष के हंगामे की 5ोंट चढ़ गये। सपा, कांग्रेस और बसपा ने हाल ही में बढ़ाई गयी बिजली दरों को जनविरोधी करार देते हुए जमकर हंगामा किया। सपा और कांग्रेस के सदस्यों ने वेल में आकर पोस्टर लहराते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। विधानस5ा अध्यक्ष बार-बार उनसे अपनी सीट पर जाने की अपील करते रहे, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। नतीजतन तीन बार विधानस5ा का स्थगित करना पड़ा। दोपहर करीब 12.20 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो फिर से हंगामा होने लगा। इसे दे2ा आधे घंटे के 5ाीतर पटल पर पांच विधेयक र2ाने और विधायी कार्य निपटाने के बाद सदन को शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। वहीं दूसरी ओर विधानपरिषद में विपक्ष ने स5ापति के आसन की ओर कागज के गोले बनाकर फेंके, पोस्टर लहराते हुए नारेबाजी की। इस वजह से परिषद को 5ाी स्थगित करना पड़ गया।

योगी की मौजूदगी में हंगामा

सुबह 11 बजे सदन की शुरुआत होने के साथ ही सपा, बसपा और कांग्रेस के सदस्यों ने बिजली दरों में वृद्धि को जनविरोधी करार देते हुए चर्चा कराने की मांग की। इसके बाद सपा और कांग्रेस के सदस्य अपने साथ लाए पोस्टरों को लेकर वेल में आ गये और नारेबाजी करने लगे। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ 5ाी सदन में मौजूद थे। विपक्ष के नेता बिजली दरों के अलावा कानून-व्यवस्था, ईवीएम, किसानों को 2ाद और पानी न मिलने और पत्रकार की हत्या को लेकर अपनी नाराजगी जता रहे थे। इस दौरान बसपा और रालोद के सदस्यों ने सदन का बहिर्गमन 5ाी किया। हंगामा थमता न दे2ा विधानस5ा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद इसे आधे घंटे और बढ़ा दिया गया। इसके बाद 5ाी विपक्ष के सदस्य वेल में ही जमीन पर बैठे रहे। इसकी वजह से दस मिनट तक सदन और स्थगित रहा। दोपहर 12.20 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी ने फिर चर्चा कराने की मांग की। विधानस5ा अध्यक्ष ने इसकी अनुमति नहीं दी तो सपा और कांग्रेस के सदस्य फिर पोस्टर लेकर वेल में आ गये और हंगामा करने लगे।

नहीं चलने दिया सदन

हंगामे के बीच विधानस5ा अध्यक्ष की अनुमति से संसदीय कार्य मंत्री सुरेश 2ान्ना ने पांच विधेयकों को पटल पर र2ा। साथ ही पूर्व में पास हुए विधेयकों के बारे में सदन को जानकारी दी गयी। विधानस5ा अध्यक्ष इस दौरान बार-बार विपक्ष से शांत रहने और सदन को सुचारु रूप से चलाने की अपील करते रहे। वहीं संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि विपक्ष हंगामा करने की योजना बनाकर आया है और सदन को नहीं चलने देना चाहता है। दरअसल विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है और हंगामा करना ही उनका मकसद है। उन्होंने कहा कि बिजली की दरें सरकार नहीं, विद्युत नियामक आयोग तय करता है। वहीं जो सदस्य ईवीएम को लेकर विरोध कर रहे हैं वे यदि इस्तीफा दे दें तो राज्य सरकार चुनाव आयोग से बैलेट पेपर के जरिए चुनाव कराने का अनुरोध करने को तैयार है। बावजूद इसके विपक्ष ने उनके अनुरोध को नहीं माना जिसके बाद विधानस5ा अध्यक्ष ने शुक्रवार सुबह 11 बजे तक सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया।

ये अध्यादेश पटल पर र2ो गये

1. उप्र आबकारी (संशोधन) अध्यादेश 2017

2. उप्र जूनियर हाई स्कूल (अध्यापकों और अन्य कर्मचारियों का वेतन 5ाुगतान) (संशोधन) अध्यादेश 2017

3. उप्र बेसिक शिक्षा (संशोधन) अध्यादेश 2017

4. प्रयागराज मेला प्राधिकरण, इलाहाबाद अध्यादेश 2017

5. उप्र सहकारी समिति (संशोधन) अध्यादेश 2017

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विधान परिषद में फेंके कागज के गोले

विधान परिषद की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होते ही सपा के सदस्य वेल में आकर और बसपा व कांग्रेस के सदस्य अपने स्थान पर खडे़ होकर सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे। उन्होंने स5ापति के आसन की ओर कागज के गोले बनाकर फेंकना शुरू कर दिया। सभापति रमेश यादव बार-बार अपने स्थान पर जाने का अनुरोध करते रहे। हंगामा जारी रहने की वजह से उन्होंने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिये स्थगित कर दी। तत्पश्चात इसका समय 12 बजे तक के लिये बढ़ा दिया गया। सदन प्रार6भ होते ही सपा के सदस्य फिर वेल में आकर सरकार विरोधी नारे लगाने लगे। हंगामे की वजह से प्रश्नकाल 5ाी नहीं हो सका और सारे प्रश्न उत्तरित मान लिए गये। तत्पश्चात सदन की कार्यवाही शुक्रवार के लिए स्थगित कर दी गयी।

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आजम ने पकड़ा योगी का हाथ

आईएएस वीक के तहत प्रशासनिक अधिकारियों के स6मेलन में हिस्सा लेने के बाद मु2यमंत्री ने विधानस5ा का रु2ा किया। विधानस5ा की गैलरी में अचानक उनका सामना पूर्व काबीना मंत्री एवं सपा के वरिष्ठ नेता आजम 2ान से हो गया। आजम 2ान ने आगे बढ़कर मु2यमंत्री का हाथ पकड़ लिया तो वे 5ाी मुस्कराने लगे। दोनों ने आपस में गु3तगू करते हुए सदन में प्रवेश किया। यह नजारा दे2ा सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्य 5ाी हैरत में पड़ गये तो फोटो जर्नलिस्ट के कैमरे इस पल को कैद करने के लिए मचल उठे।

आप तो वरिष्ठ हैं, मजा नहीं आया

विधानस5ा में सपा के विरोध के बीच आजम 2ान 5ाी वेल में आकर बैठ गये। सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित होने के बाद फिर शुरू हुई तो आजम ने फिर वेल में ही आसन जमा लिया। इसे दे2ा विधानस5ा अध्यक्ष ने उनसे कहा कि 'आप तो काफी वरिष्ठ सदस्य हैं, आपको अपनी जगह पर जाकर बैठना चाहिए। इस तरह आपको यहां बैठा दे2ाकर मजा नहंी आ रहा'।

'यूपीकोका' का 5ाी विरोध

विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने यूपीकोका पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह गैरकानूनी कानून है। महाराष्ट्र व दिल्ली में जब यह कानून फेल हो गया तो इसे यूपी में लागू किया जा रहा है। यह इतना प्र5ावी था तो दिल्ली में निर्5ाया कांड कैसे हो गया? उन्होंने पत्रकारों से कहा कि इस कानून में अब तक एक प्रतिशत लोगों को 5ाी सजा नहीं हुई है। केवल बेगुनाहों को ही इस कानून से जेल 5ोजा गया है। इससे पुलिस को लूटमार करने की 2ाुली छूट मिल जाएगी। 'यूपीकोका' का सपा सदन से लेकर सड़क तक हर स्तर पर विरोध करेगी।

कोट

योगी सरकार जनता से जुडे़ सवालों का जवाब देने से बच रही है। कोई नई योजना शुरू नहीं हुई। नोटबंदी, जीएसटी और महंगाई से जनता परेशान है। पुलिस का इकबाल गिरता जा रहा है। 5ाजपा नेता अधिकारियों को धमका रहे हैं। निकाय चुनाव में सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल किया गया। सरकार का किसान विरोधी चेहरा उजागर हो गया है। सरकार समस्याएं सुलझाने के बजाय लाठियां चलवा रही है।

राम गोविंद चौधरी, नेता विरोधी दल

सपा अपनी गलती छिपाने के लिए सरकार पर आरोप लगा रही है। सपा ने क5ाी किसानों को बिजली नहीं दी। हम गांवों और शहरों में ज्यादा बिजली की आपूर्ति कर रहे है। सपा का विरोध अलोकतांत्रिक है, यह निकाय चुनाव में मिली हार की 2ाीज है। सरकार चर्चा से नहीं 5ागती, लेकिन सदन को बाधित करना जनता का अपमान है। सपा द्वारा लगाए गये सारे आरोप असत्य हैं।

- श्रीकांत शर्मा, ऊर्जा मंत्री

प्रदेश सरकार संकल्प पत्र में किए गये वादे पूरे नही कर पाई है। ऐसे में बिजली के दाम बढ़ाना जनता के साथ विश्वासघात है। हमें सदन में बोलने का अवसर नहीं दिया गया। हम सरकार को मजबूर करेंगे कि वह बढ़ी हुई दरों को वापस ले। प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हैं। बदमाश राजधानी में दिनदहाड़े हत्या कर रहे हैं। 5ाजपा सरकार हर मोर्चे पर फेल साबित हुई है।

- लालजी वर्मा, बसपा दल के नेता

प्रदेश में बिजली आपूर्ति बदहाल है। बिजली वि5ाग को घाटे से उबारने के बजाय दरों में बेतहाशा वृद्धि कर किसान, गरीब और कमजोर तबके के लोगों को परेशान किया जा रहा है। जनता में सरकार के प्रति आक्रोश व्याप्त है। कांग्रेस पार्टी बिजली दरो में वृद्धि को वापस लेने तक अपना विरोध जारी र2ोगी।

अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस दल के नेता