- वीआईपी क्षेत्र सिविल लाइंस व रामपुरी के रेजीडेंट्स को हर वक्त सताता है खतरा

-लगातार शिकायतों के बाद भी तार नहीं कसवा रहा विद्युत विभाग

UNNAO: वसूली और चे¨कग को लेकर विद्युत विभाग लगातार उपभोक्ताओं पर शिकंजा कसे है। लगातार छापामारी कर कटिया धारकों पर कार्रवाई भी कर रहा है, लेकिन उपभोक्ताओं की समस्याओं को अनसुनी किए हैं। शहर के कई मोहल्लों में विद्युत लाइने सड़क को छू रहीं हैं जिससे किसी भी समय हादसा हो सकता है। नागरिकों ने क्षेत्रीय अभियंता और लाइन मैनों को इसकी सूचना देकर तार कसवाने की मांग भी की पर उस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.तारों का मकड़जाल और सड़क छू रहे तार कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं। नागिरकों का तो कहना है कि यह तार मौत बनकर झूल रहे हैं किसी भी समय जरा सी चूक में किसी की भी जान सकती है।

खंबों पर तारों का मकड़जाल

शहर के मोहल्ला इंदिरा नगर, एबीनगर नई बस्ती, पूरन नगर, रामपुरी और सिविल लाइन केवटा तालाब, पीतांबर नगर नई बस्ती आदि क्षेत्रों में विद्युत लाइनों के तार इतने ढीले हो चुके हैं। उनके नीचे निकलने पर कभी तार राहगीरों के सिर में टकरा सकते हैं। इन क्षेत्रों में कार आदि निकालने पर जरा सी चूक में करेंट वाहन में उतरने का खतरा बना रहता है। सिविल लाइंस क्षेत्र के रामपुरी में तार झूल रहे हैं। खंभे पर तारों का मकड़जाल है। विद्युत लाइने अक्सर वाहनों में फंस कर टूट कर गिर जाती हैं इससे रात में आने जाने वालों के लिए खतरा बना रहता है।

कोई सुनने वाला नहीं

सिविल कोर्ट के पीछे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रामकुमार यादव के मकान से अजय अवस्थी के घर वाले मार्ग पर हाल ही में आरएपीडीआरपी योजना के तहत केबिल डलवाया गया था। इसका तार इतनी ढीला हो चुका हैं वाहन निकालते समय छत पर तार रख जाते हैं। मोहल्ले वासियों ने बताया कि कई बार क्षेत्रीय अभियंता और अधिशाषी अभियंता कार्यालय में सूचना देकर तार कसवाने की मांग की गई पर अब तक कोई सुनवाई नहीं की गई। रामपुरी केवटा तालाब क्षेत्र के सभासद सुनील अवस्थी ने कहा कि तार ढीले होने से खतरा मंडराने की कई बार जानकारी दे चुका हूं लेकिन विभाग सुनी अनसुनी किए है।

बढ़ता जा रहा आक्रोश

कमोवेश यही कहना इंदिरा नगर क्षेत्र के पूर्व सभासद सुशील तिवारी का भी है। उन्होंने कहा कि ट्रांसफार्मर और विद्युत लाइनों को लेकर जो शिकायतें की जाती हैं अभियंता उन पर कोई कार्रवाई नहीं करते। विद्युत विभाग के अभियंताओं की अनदेखी से कभी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। नागरिकों में बढ़ता आक्रोश विरोध प्रदर्शन का कारण बन सकता है।