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- पांच साल में तेजी से बढ़ी बिजली की खपत, सबसे अधिक एलटी लाइन पर बढ़ा है कंजम्प्शन

- पांच साल में बढ़े 45 हजार कंज्यूमर्स और खपत हो गई 400 मेगावाट से अधिक

GORAKHPUR:

शहर में बिजली की व्यवस्था सही होने के साथ ही इसकी खपत भी तेजी से बढ़ी है। पांच साल में ही बिजली की खपत दोगुनी हो गई है। हालांकि इस दौरान कंज्यूमर्स भी बढ़े हैं लेकिन उनकी संख्या वैसी नहीं कि खपत दोगुनी हो जाए। पांच साल में कंज्यूमर्स सिर्फ 47 हजार बढ़े हैं लेकिन जहां पहले 200 मेगावाट में काम चल जाता था, अब 400 मेगावाट की खपत हो रही है। पिछले एक साल में ही एक सामान्य घर में भी बिजली की खपत 50 से 60 प्रतिशत तक बढ़ी है।

खूब बढ़े हैं उपकरण

पिछले पांच साल में कंज्यूमर्स तो बढ़े ही हैं, लोगों के घरों में बिजली के उपकरण भी खूब बढ़े हैं। एक सामान्य घर में पांच साल पहले एकाध बल्ब, पंखा, टीवी और फ्रिज हुआ करता था, लेकिन अब कई-कई बल्ब, पंखा, कूलर, टीवी और फ्रिज के साथ एसी भी खूब लग रहे हैं। ऐसे में लोगों के घर बिजली का लोड भी बढ़ने लगा है। पांच साल पहले एसी और गीजर गिने-चुने घरों में हुआ करता था, लेकिन अब हर चौथे घर में एसी या गीजर है।

एलटी लाइन पर बढ़ा लोड

बिजली विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि गोरखपुर में एलटी लाइन को संभालने में मुश्किल हो रही है क्योंकि इसपर इन दिनों लगातार लोड बढ़ रहा है। स्थिति यह है कि शहर की एक एलटी लाइन पर औसत 10 से 15 एंपियर लोड की बिजली प्रवाहित होती है। इन पर एक साल पहले जितने कंज्यूमर्स थे, उनका लोड 10 एंपियर तक होता था। पिछले एक साल से इन फीडर पर कंज्यूमर्स की संख्या तो बहुत कम बढ़ी, लेकिन लोड 15 एंपियर तक पहुंच गया है।

इस तरह बढ़े हैं कंज्यूमर्स

साल कंज्यूमर्स संख्या

2012 1.18 लाख

2013 1.24 लाख

2014 1.42 लाख

2015 1.53 लाख

2016 1.64 लाख

2017 5 मई तक 1.65 लाख

नोट: पांच साल में कुल 47 हजार बढ़े कंज्यूमर्स

और इस तरह बढ़ा है लोड

साल खपत जरूरत कटौती घंटा(औसतन)

2012 200 मेवा 240 मेवा 10 घंटा

2013 240 मेवा 280 मेवा 8 घंटा

2014 250 मेवा 290 मेवा 7 घंटा

2015 300 मेवा 350 मेवा 6 घंटा

2016 340 मेवा 390 मेवा 4 घंटा

2017 400 मेवा 430 मेवा 1 घंटा

नोट - यह आंकड़ा सभी साल के अप्रैल और मई माह के हैं।

कॉलिंग

बिजली मिल रही है तो उपयोग तो बढ़ेगा ही। पहले दिन में या रात में बिजली ही नहीं मिलती थी तो एसी जैसा महंगा उपकरण लगाना मूर्खता ही थी।

- विपिन कुमार यादव, सर्विसमैन

बिजली अच्छी हुई है। अब बिजली जिस तरह से मिल रही है, उससे यह लग रहा है कि आने वाले दिनों में इसकी खपत और भी बढ़ेगी।

अरुण कुमार सिंह, रिटायर्ड कर्मी

वर्जन

लगातार बिजली की खपत बढ़ रही है। इसके हिसाब से एलटी लाइन पर लोड भी बढ़ा है। लोड के हिसाब से क्षमता विस्तार किया जा रहा है।

- एके सिंह, एसई, महानगर विद्युत वितरण निगम