छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : लौहनगरी पर हादसे का संकट मंडरा रहा है। यह खतरा उन्हें किसी आतंकी संगठन, किसी माफिया या किसी जानलेवा बीमारी से नहीं, बल्कि शहर को रौशन करने वाले जर्जर तारों से हैं। शहर के विभिन्न एरिया में जर्जर पोल पर झूल रहे ये तार कभी भी मौत का सबब बन सकते हैं। यह खुलासा किसी प्राइवेट संस्था का नहीं, बल्कि खुद विभाग के सर्वे ने किया है। जिसके मुताबिक शहर के कई एरिया ऐसे हैं, जहां पोल की हालत अत्यंत खराब है तो कई मोहल्ले ऐसे हैं, जहां तार की स्थिति जर्जर हो चुकी है। वह कभी भी टूट सकते हैं। कई एरिया में ये जर्जर तार लोगों के घरों से होकर गुजर रहे हैं। ऐसे में ये जर्जर तार और पोल कभी भी बड़े हादसे का सबब बन सकते हैं।

दिन में टूटा तो हो सकता है बड़ा हादसा

बिजली विभाग के सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, कई पोल और तार जो जर्जर हो चुके हैं, वह काफी बिजी एरिया में हैं। अगर ऐसे में वे दिन के टाइम अचानक टूटता है तो बड़ा हादसा हो सकता है। हालांकि विभाग इस हादसे को रोकने के लिए पूरी मुस्तैदी के साथ जुटा है। कई एरिया में तार बदलने का कार्य चल रहा है। मगर सबसे अधिक प्रॉब्लम जहां है, वह अब तक विभाग ने एक कदम भी नहीं बढ़ाया है। मानगो-जुगसलाई एरिया में लगे तार और पोल करीब 20 साल पुराने हो चुके हैं। नन कंपनी एरिया की सबसे अधिक आबादी भी इन्हीं एरिया में रहती हैं। इसके बावजूद यहां विभाग ने अब तक काम शुरू नहीं किया है।

छत होकर गुजरते हैं तार

बिजली विभाग की लापरवाही के कारण 11 केवी के तार लोगों के घर और दुकान की छत से होकर गुजरते हैं। ऐसे में अगर कभी भी ये तार टूटता है तो घर और दुकान में करंट आने की संभावना है। इसके बावजूद विभाग इस ओर अभी कोई कदम नहीं उठा रहा है। कुंवर बस्ती, कालीमंदिर समेत पूरे मानगो में 33 केवी के तार करीब बीस साल पुराने हो चुके हैं। इसी तरह डिमना में 11 केवी का तार करीब 18 साल पुराना हो चुका है। इसी तरह जुगसलाई में 33 केवी, करनडीह में 33 केवी और सुंदर नगर में 11 केवी का तार करीब 15 साल से अधिक पुराना हो चुका है। जिसकी हालत जर्जर है।

कभी भी हो सकता है हादसा

इयर - तार टूटने की घटना - 33 केवी - 11 केवी - एलटी लाइन

2011-12 - 23 - 6 - 14 - 3

2012-13 - 31 - 10 - 18 - 4

2013-14 - 19 - 5 - 10 - 4

2014-15 - 25 - 5 - 14 - 1

2015-16 - 68 - 9 - 53 - 4

यहां मौत बने हैं जर्जर पोल

-राहरगोड़ा

-बाबानगोड़ा

-सोपेडेरा

-सुंदरनगर

-बागबेड़ा नई बस्ती

-पोस्तो नगर

-गांधी नगर

-मोइगड्डू

-घाघीडीह

-मातलाडीह

-जगन्नाथपुर

-पाड़ा टोला

-जटाझोपड़ी

-गुलटू झोपड़ी

-डुमरिया का पसलबनी पंचायत

-----------

इन एरिया में तार में झूल रही है मौत

-बावनगोड़ा (11 केवी)

-सोपोडेरा (11 केवी)

-राहरगोड़ा टीचर्स कॉलोनी (11 केवी)

-पूर्वी बागबेड़ा पंचायत (11 केवी)

-उत्तर पूर्वी बागबेड़ा

-उत्तर बागबेड़ा

-रामनगर

-पोस्तुनगर

-गांधी नगर

-रानीडीह से मतलाडीह

-सोमायझोपड़ी