-उरेडा करेगा सोलर इनर्जी से बिजली का उत्पादन

- उरेड़ा और यूपीसीएल में हुआ करार

- 181 मेगावाट के 23 प्लांट्स से अक्टूबर में मिलनी शुरू होगी बिजली

DEHRADUN: राज्य में अब सौर ऊर्जा से बिजली की किल्लत दूर की जाएगी। उरेडा द्वारा इसके लिए कवायद की जा रही है। योजना के तहत करीब क्8क् मेगावाट क्षमता के ख्फ् प्लांट्स से अक्टूबर में बिजली उत्पादन भी मिलना शुरू हो जाएगा। इसके लिए उरेडा और यूपीसीएल के बीच बाकायदा करार भी हो गया है।

नहीं हो पा रही डिमांड पूरी

प्रदेश में बिजली की डिमांड लगातार बढ़ रही है, लेकिन राज्य गठन के बाद बिजली उत्पादन में इजाफा नहीं हुआ है। इसके चलते जल विद्युत परियोजनाओं से यूपीसीएल को इतनी बिजली नहीं मिल पा रही है कि वह राज्य की डिमांड पूरी कर सके। इसके लिए वह दूसरे राज्यों और दूसरे स्त्रोतों से बिजली खरीदता है। ऐसे में कई बार इमरजेंसी में यूपीसीएल को बिजली के कई गुना अधिक दाम चुकाने पड़ते हैं, लेकिन अब उरेडा सौर ऊर्जा से बिजली किल्लत को दूर करने की कवायद में जुटा है।

सोलर पार्क किए जा रहे विकसित

उत्तराखंड अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (उरेडा) के मुख्य परियोजना अधिकारी एके त्यागी ने बताया कि सूर्योदय स्वरोजगार योजना में भ्-भ् किलोवाट क्षमता की दो हजार परियोजनाएं 90 प्रतिशत सब्सिडी पर आवंटित की जा रही हैं। बताया कि सितारंगज और खुरपिया में भ्0 मेगावाट का सौर ऊर्जा पार्क विकसित किया जा रहा है। इसके अलावा नहरों पर भी ख्0 मेगावाट क्षमता के प्लांट लगाने की तैयारी हो चुकी है। इसके अलावा भी कई अन्य प्रोजेक्ट भी पाइप लाइन में हैं। लोगों को सौर ऊर्जा प्लांट लगाकर स्वरोजगार स्थापित करने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है।

वर्तमन में बिजली की स्थिति

राज्य की बिजली मांग- फ्भ् मिलियन यूनिट प्रतिदिन

परियोजना से उत्पादन- क्फ् मिलियन यूनिट प्रतिदिन