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JAMSHEDPUR: प्रदेश में बिजली की कीमतें बढ़ाने का निर्णय सरकार ले चुकी है। बिजली की कीमतें बढ़ने से सिटी सिटी के लोगों पर भी 50 प्रतिशत से ज्यादा बिल का भार बढ़ेगा। नए टैरिफ के अनुसार ग्रामीण और शहरी के साथ वाणिज्य कार्य और ट्यूबवेल किसानों को भी राहत नहीं मिलेगी।

बिजली की दरों में इजाफा

कनेक्शन पहले अब

घरेलू शहरी 5.25 7.00

ग्रामीण 3.6 6.25

कॉमर्शियल 6.00 6.50

ट्यूवबेल 5.00 5.25

इंड्रस्ट्री 5.15 6.00

इंड्रस्ट्री पर मेहरबान सरकार

नये टैरिफ से जहां आम आदमी को दिक्कत होगी वहीं इड्रस्ट्रियल को फायदा होगा। नई दरों में आम आदमी से सबसे ज्यादा मार देखने को मिलेगी। नई दरों के हिसाब से 300 यूनिट के बाद शहरी क्षेत्रों से सात रुपये यूनिट तक के दाम वसूले जाएंगे। इंड्रस्टी के लिए विभिन्न प्लान देकर बिजली रेट को कम किया जाता है।

किसानों को थोड़ी राहत

नई दरों में किसानों को पानी के लिए ज्यादा परेशान नहीं होना होगा किसानों को 5.25 रुपये की दरों से बिल पे करना होगा। जिससे किसानों को खेतों के लिए भरपूर पानी मिल पाएगा। ट्यूबवेल के रेटों में मामूली सा इजाफा होने से किसानों के खेतों को भरपूर पानी मिल सकेगा।

शहर-ग्रामीण को किया बराबर

नये टैरिफ में ग्रामीण और शहरी कॉमर्शियल रेट को बराबर कर ग्रामीण लोगों को करंट का झटका दिया है। अब शहर की दुकानों की तरह ही गांव के दुकानदारों को बिल भरना होगा। ग्रामीण दुकानें शाम 7 बजे बंद हो जाती है।

मुख्यायल से बिजली की बढ़ी दरों का कोई आदेश अभी तक कार्यालय को प्राप्त नहीं हुआ है। मुख्यायल से आदेश आने पर प्रदेश के सभी प्रमंडलों की तरह ही शहर में बढ़ी दरें लागू की जाएगी।

-अमरनाथ मिश्रा, जीएम, झारखंड विद्युत कॉरपोरेशन, कोल्हान

बिजली की बढ़ी कीमतों को किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जाएगा। सरकार ने बिजली दरों में अचानक ही ज्यादा वृद्धि कर दी है कि गरीब लोगों को बिजली नही ले पाएंगे। सरकार को इस बढ़े टैरिफ को वापस लेना होगा।

सतेंद्र, आजाद बस्ती

सरकार का कहना है कि हम रेट को बढ़ाकर लोगों को भरपूर बिजली उपलब्ध कराएंगे। मानगो में अभी भी कटौती से बुरा हाल रहता है। शहर की ग्रिड को ही भरपूर बिजली नहीं मिल पा रही है। गर्मियों में दो से चार घंटे की रोस्टरिंग की जा रही है। उसपर भी रेट का दंश लोगों को सता रहा है।

सूरजभान, गोविंदपुर

बिजली के रेट में वृद्धि सरकार का जन विरोधी फैसला है। जो स्टील सिटी के लोगों के हित में नहीं है। सरकार ने घरेलू उपभोक्ताओं की कमर तोड़ दी है। सरकार उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने में लगी है। बिजली के बढ़े दामों को विरोध किया जाएगा।

गोवर्धन प्रसाद, करनडीह

बिजली की दरों में दोगुनी तक वृद्धि का फैसला जनविरोधी है। बिजली के दाम बढ़ने से आम आदमी की जेब में सीधे असर पड़ेगा। सरकार को चाहिए कि इन दरों पर पुर्नविचार कर लोगों की दरों में कटौती की जाए जिससे लोगों को कुछ रियायत मिले।

मंजेश आनंद, मानगो