एक्सक्लुसिव न्यूज

- मोबाइल एप से ट्रैक होंगे इवीएम, नहीं की जा सकेगी छेड़छाड़

- स्मार्टफोन से निर्वाचन अधिकारी करेंगे निगरानी

BAREILLY:

इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ करना अब आसान नहीं होगा, क्योंकि चुनाव आयोग की हाईटेक होती व्यवस्था में निर्वाचन अधिकारी एप से ईवीएम की निगरानी करेंगे। आगामी विधानसभा चुनाव 2017 के लिए 8,910 इवीएम बरेली पहुंचेगीं। ईवीएम लाने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिए गए हैं। अगले हफ्ते तक ईवीएम बरेली पहुंचने की संभावना है।

मंगाए जाएंगे स्मार्टफोन

आयोग ने स्मार्टफोन के जरिए प्रत्येक ईवीएम की ट्रैकिंग का सिस्टम बनाया है। इसके लिए दो-दो एंड्रायड फोन सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को दिए जाएंगे। आयोग ने ईवीएम की ट्रैकिंग के लिए वेबसाइट पर एप लोड कर दिया है। इसके बाद सभी ईवीएम का यूनिक नंबर एप के जरिए आयोग को भेजा जाएगा। साथ ही, ईवीएम का स्टेटस बताना होगा। ईवीएम की खामियां और सुधार की कार्रवाई कीजानकारी से आयोग को अवगत कराना होगा। चुनाव से ठीक एक दिन पहले ट्रैकिंग सिस्टम बंद कर दिया जाएगा। ताकि मोबाइल फोन गिरने अथवा खोने पर एप का मिसयूज न हो सके।

नहीं होती थी प्रॉपर निगरानी

अधिकारियों के मुताबिक पहले ईवीएम के स्टॉक की प्रॉपर निगरानी नहीं हो पाती थी। यही नहीं ईवीएम की खामियों का पता ही नहीं चल पाता था। ऐसे में वह पोलिंग बूथ पर धोखा दे देती थी। लेकिन एप के जरिए कनेक्ट होने पर ईवीएम की फाल्ट का पता चल सकेगा। उसके प्रत्येक मूवमेंट और खामियों को पकड़ा जा सकेगा। अगर वह सही नहीं हो पा रही तो उसे बदला जाएगा। इसकी निगरानी सीधे निर्वाचन अधिकारी करेंगे और तैयार रिपोर्ट आयोग को भेजेंगे। बता दें कि, प्रत्येक ईवीएम का अपना एक यूनिक नंबर होता है। जो जीपीएस से कनेक्ट रहकर लोकेशन बताएगा।

आयोग मोबाइल एप के जरिए ईवीएम की जांच करेगा। मोबाइल खरीदने का बजट आयोग ने भेज दिया है। गाइडलाइंस के मुताबिक ईवीएम की रिपोर्ट भेजी जाएगी।

राजेश मिश्रा, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी