-रतजगा कर परिवार की सुरक्षा कर रहे लोग

-डेढ़ महीने से अनगड़ा व ओरमांझी प्रखंड के गांवों में उत्पात

RANCHI: रांची के अनगड़ा, ओरमांझी प्रखंड के दर्जनों सुदूरवर्ती गांवों में क्भ् हाथियों के झुंड ने पिछले डेढ़ माह से उत्पात मचा रखा है। इस वजह से गांवों में अघोषित कफ्र्यू सा माहौल है। रात में प्रभावित गांवों के लोग घरों से निकलने में डर रहे हैं। वहीं, वन विभाग के पदाधिकारियों द्वारा भगाने पर यह हाथियों का झुंड कुछ दिन क्षेत्र से गायब रहता है, पर फिर जल्द ही वापस आकर उत्पात मचाना शुरू कर देता है।

दहशत में लोग

हाथियों के उत्पात से प्रभावित गांवों में बीसा, बेंती, टाटी, सुरसू, नवागढ़, खभावन, कुच्चू, डीमरा, कामता, शुनुवाबेड़ा, जराटोली, जोन्हा, बरवादाग, सिंगारी शामिल हैं। हाथियों का यह झुंड घरों की दीवारों को ढाह कर रखे हुए धान को चट कर रहा है। इसके बाद किसानों के खेतों में लगी धान की फसल और सब्जी को भी रौंद कर बर्बाद कर रहा है।

ढाहे तीन दर्जन घर

पिछले डेढ़ माह के दौरान तीन दर्जन से अधिक ग्रामीणों के घरों को हाथियों ने ध्वस्त कर दिया है। बताया जा रहा है कि झुंड में पांच बच्चा हाथी और बाकी वयस्क हैं।

छत पर कट रही रात

दूसरी और रांची के ओरमांझी क्षेत्र में भी हाथियों ने लोगों की रात की नींद और दिन का चैन उड़ा दिया है। डर से लोगों ने घरों में रहना छोड़ दिया है। रातभर जगकर अपनी और परिवार की सुरक्षा कर रहे हैं। लोगों की रोजमर्रा की जिदंगी भी प्रभावित हो गई है। लोग काम पर नहीं जा रहे हैं। जिनके घर मिट्टी के हैं, वे अपना घर छोड़ दूसरे के पक्के मकान अथवा सरकारी भवनों की छतों पर रात बिता रहे हैं।

चंद्रबेड़ा जंगल में जमा झुंड

ग्रामीणों की मदद को लेकर वन विभाग पटाखे और मशाल जलाने के लिए केरोसिन उपलब्ध करवा रहा है, लेकिन इसका कोई खास असर नहीं हो रहा है। हाथियों का झुंड चंद्राबेड़ा के जंगलों में डेरा जमाए हुए है। ग्रामीणों और वन विभाग के प्रयास के बाद भी हाथियों को भगाया नहीं जा सका है।