-कटरा में अतिक्रमण और गंदगी से लोग परेशान

-क्षेत्रीय लोगों में जागरूकता की जरूरत पर जोर

ALLAHABAD: सिटी के बीचों बीच बसा कटरा इलाका अपने मार्केट के लिए जाना जाता है जहां आज भी लोग दूर-दूर से मार्केटिंग के लिए आते हैं। मगर, यहां के तमाम निवासी खुद यहां के लोगों के अतिक्रमण और गंदगी से अजीज आ चुके हैं। इसके पीछे वह किसी और को नहीं बल्कि अपने आस पड़ोस के रहने वालों को ही दोषी मानते हैं। हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि पहले के मुकाबले इलाके में सफाई व्यवस्था पर प्राइवेट कम्पनियों द्वारा काफी ध्यान दिया जा रहा है। बस जरूरत है तो लोगों के जागरूक होने की।

अतिक्रमण हटाने की जरूरत

कटरा स्थित मास्टर महरूल हसन रोड पर रहने वाले आज भी यहां की सफाई व्यवस्था को लेकर काफी चिंतित हैं। रोजाना इस मार्केट में हजारों लोग दूर-दूर से आते हैं। मगर, यहां की स्थिति देखकर हर कोई यही अंदाजा लगा सकता है। इलाके में सफाई व्यवस्था कितने हद तक दुरुस्त है। दरअसल, इस समस्या के लिए खुद यहां के लोग जिम्मेदार हैं। हालांकि, इस बात को यहां के व्यापारी भी स्वीकार करते हैं। आज जो इस इलाके की स्थिति बनी हुई है उसके जिम्मेदार वह खुद भी हैं। अधिकतर व्यापारियों का कहना है कि अगर इलाके से अतिक्रमण को हटा दिया जाए तो यहां की सारी समस्याएं खत्म हो जाएंगी।

बारिश होते ही भर गया पानी

स्थानीय पब्लिक जहां नालियों की जाम और गंदगी को लेकर परेशान है। वहीं, मंडे को हुई झमाझम बारिश के चलते नालियों का गंदा पानी रोड पर फैल गया। इस दौरान दुकानदारों के साथ कस्टमर को भी काफी दिक्कतें हुई। रोड के किनारे पानी भरने की वजह से उसका बदबूदार पानी लोगों के घरों में घुस रहा था।

वर्जन

पहले के मुकाबले इलाके में सफाई व्यवस्था में थोड़ा सुधार आया है। आगे यह व्यवस्था और बेहतर हो इसके लिए हम सभी को खुद से भी जागरूक होने की जरूरत है। किसी डिपार्टमेंट या फिर किसी एक व्यक्ति के जागरूक होने से कुछ नहीं होने वाला है। अपने शहर को कैसे साफ सुथरा रखें इसके लिए बेसिक लेवल पर लोगों को एजुकेशन देने की जरूरत है।

रितेश अग्रवाल

जब तक लोग खुद से इसके लिए जागरूक नहीं होंगे तब तक कुछ नहीं होने वाला। अगर गंदगी फैलाने वाले खुद ये सोच लें जैसे वह अपने घरों को साफ सुथरा रखते हैं वैसे ही वह अगर अपने आसपास को साफ सुथरा रखें तो हमें किसी को दोष देने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

ओम प्रकाश अग्रवाल

सफाई कर्मी ड्यूटी पर आते तो जरूर हैं, लेकिन वह अपना काम कितनी ईमानदारी से करते हैं यह हम लोग रोज देखते हैं। भोर में वह कब आते है और कब चले जाते है कुछ पता नहीं चलता है। सुबह उठने पर गंदगी वैसे ही फैली नजर आती है।

राम जी गुप्ता

यह सिटी के सबसे पुराने बाजारों में गिना जाता है। रोजाना हजारों लोग यहां शॉपिंग के लिए आते हैं। ऐसे में नगर निगम को यहां पर सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इसके अलावा जिन लोगों ने खुद अतिक्रमण कर रखा है उन्हें भी सोचने की जरूरत है।

अनिल कुमार गुप्ता

सबसे पहले तो इलाके से अतिक्रमण हटाया जाए तब जाकर यहां की सूरत बदली नजर आएगी। क्योंकि जिस तरह से लोगों ने अपने घरों और दुकान के आगे अतिक्रमण कर रखा है उस वजह से सफाई कर्मियों द्वारा रोड और नालियों की सफाई करना पाना बेहद मुश्किल है।

अजय साहू

नालियों की कभी-कदार सफाई होती है जिसकी वजह से ये पूरी तरह से जाम हो चुकी हैं। और जब बारिश होती है तो उसका गंदा पानी रोड पर आ जाता है। इससे लोगों को काफी दिक्कतें भी होती हैं।

नंदन सिंह

पहले के मुकाबले सफाई व्यवस्था में कुछ सुधार आया है। लेकिन अगर लोग जागरूक हो जाएं तो यह समस्या और भी कम हो सकती है।

रिशू शर्मा

बरसात शुरू हो चुकी है। मगर, अभी तक गली और रोड की नालियों की सफाई नहीं हो पायी है। आलम यह है कि मच्छरों का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि लोग बीमार पड़ रहे हैं। सफाई व्यवस्था पर ध्यान देने की जरूरत है।

तनवीर