BAREILLY: घर में शादी का माहौल था। दूल्हे के परिवार के लोग बारात ले जाने की तैयारियों में लगे हुए थे। दुल्हन के परिवार के लोग बारात का स्वागत करने की तैयारी कर रहे थे कि तभी एक ऐसी खबर आयी कि दोनों परिवारों में मातम पसर गया। इंजीनियर दूल्हे की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। इंजीनियर कंपनी से फोन आने पर घर से बाहर निकला था। बात करते-करते वह रेलवे लाइन पर पहुंच गया और अचानक दोनों ओर से ट्रेने आ गई। दिल दहला देने वाली वारदात सीबीगंज के नदौसी में हुई है। वहीं मीरगंज में शादी के दौरान मंडप में प्रेमिका रिश्ता तोड़वाने पहुंच गई तो ट्रेन की वजह से सगाई नहीं हो सकी और कहीं सगाई के बाद दहेज के लिए रिश्ता तोड़ दिया गया।

 

मदर डेयरी में सिविल इंजीनियर था

28 वर्षीय नरेश पाल गंगवार, नदौसी सीबीगंज का रहने वाला था। वह मदर डेयरी कंपनी में सिविल इंजीनियर था। उसके पिता जानकी प्रसाद की मौत हो चुकी है। परिवार में मां शिवदेवी, भाई महेश पाल और बहन सुनीता और प्रेमलता हैं। तीनों की शादी हो चुकी है। नरेश की अक्टूबर माह में मीरानपुर कटरा शाहजहांपुर निवासी उमा गंगवार से शादी तय हुई थी। उमा ने एमए बीएड किया और वह प्राइवेट टीचर है। उसका एक भाई एडवोकेट और एक भाई टीईटी क्वालीफाई है।

 

17 फरवरी को चढ़ी थी लगन

नरेश पाल गंगवार की लगन 17 फरवरी को दिन में चढ़ी थी। उमा के परिवार के लोग दिन में लगन चढ़ाने आए थे और शाम को वापस लौट गए थे, जिसके बाद दोनों परिवार के लोग तैयारियों में जुट गए थे। नरेश के परिजनों ने बताया कि मदर डेयरी का बरेली में प्लांट लग रहा है। इसी के चलते संडे सुबह कंपनी के अधिकारी का फोन आया। करीब साढ़े 8 बजे नरेश घर से फोन पर बात करते हुए निकल गया। घर से कुछ दूरी पर ही रेल लाइन गुजरती है। कुछ देर बाद खबर आयी कि नरेश ट्रेन की चपेट में आ गया है और उसकी मौत हाे गई है।

 

फोन की वजह से गई जान

इंजीनियर की शायद ट्रेन हादसे में जान न जाती, यदि वह फोन पर बात न कर रहा होता। कुछ लोगों का कहना है कि नरेश ने ईयरफोन लगा रखा था, लेकिन परिजनों ने इससे इनकार किया है। जब वह फोन पर बात कर रहा था कि तभी अचानक एक ट्रैक पर ट्रेन आ गई। नरेश ने ट्रेन से बचने की कोशिश की और दूसरे ट्रैक की ओर भागा तभी इस ट्रैक पर भी ट्रेन आ गई और वह ट्रेन की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई।

 

दुल्हन पर टूटा पहाड़

नरेश की मौत के बाद परिवार में मातम पसर गया। नरेश की मां का रो-रोकर बुरा हाल हो रखा है। मां और भाई कई बार बेहोश हो गए। अन्य रिश्तेदारों ने किसी तरह से शव को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा और फिर यहां से घर लेकर गए। जब शव घर पहुंचा तो सभी फूट-फूटकर रो पड़े। वहीं दुल्हन उमा होने वाले पति की मौत की खबर सुनने के बाद गुमसुम हो गई है। उमा के परिजन भी तुरंत बरेली पहुंचे। उमा के भाइयों ने बताया कि नरेश बहुत सीधा था। उसकी अच्छाई की वजह से ही रिश्ता तय किया था, लेकिन ऊपर वाले को कुछ और ही मंजूर था।