रेलवे की जमीन घोटाले में 25 अक्टूबर को तत्कालीन एडीएम प्रशासन, एसडीएम व एडीए समेत कई अफसरों को किया गया तलब

<रेलवे की जमीन घोटाले में ख्भ् अक्टूबर को तत्कालीन एडीएम प्रशासन, एसडीएम व एडीए समेत कई अफसरों को किया गया तलब

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: झूंसी स्थित रेलवे की जमीन घोटाले में शुक्रवार को क्राइम ब्रांच की टीम ने राजस्व अधिकारियों से लंबी पूछताछ की। इस दौरान क्राइम ब्रांच के दफ्तर में अधिकारियों ने कई ऐसे सवाल दागे जिनका अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं था। बयान देने पहुंचे अधिकारी अपने साथ इस प्रकरण से जुड़े अभिलेख भी ले गए थे। जहां दस्तावेजों और बयान से पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारी मिली है। इसकी और पुष्टि के लिए अब तत्कालीन एडीएम प्रशासन, एसडीएम व एडीए समेत कई अफसरों को ख्भ् अक्टूबर को पूछताछ के लिए तलब किया गया है।

पेश किए अभिलेख

झूंसी स्थित रेलवे की करोड़ों रुपए के जमीन घोटाले में पुलिस लाइन स्थित क्राइम ब्रांच के दफ्तर में शुक्रवार सुबह मुख्य राजस्व अधिकारी गोरे लाल शुक्ला, एसडीएम फूलपुर सत्येंद्र नाथ शुक्ला व राजस्व निरीक्षक एसपी क्राइम के सामने पेश हुए। यहां उन्होंने पूर्व में हुई जांच आख्या और खसरा-खतौनी समेत अन्य कई तरह के अभिलेख पेश किया। डॉक्यूमेंट्स की जांच करते हुए पुलिस अफसरों ने राजस्व अफसरों से कई ऐसे महत्वपूर्ण सवाल किए। इनमें से कई का तो जवाब मिला मगर सवालों के जवाब अधिकारी नहीं दे सके। अधिकारियों द्वारा सौंपे गए अभिलेखों का मिलान कराया गया। जहां इस दौरान जांच कर रहें अधिकारियों के सामने उनकी तफ्तीश में यह तथ्य प्रकाश में आया है कि शिकायत के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर तत्कालीन एडीएम प्रशासन राम निवास गुप्ता ने पूरे प्रकरण की जांच की। अपनी जांच में उन्होंने कई अधिकारियों व कर्मचारियों को दोषी पाया और उसकी एक रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को सौंपी थी। मगर हैरानी की बात तो तब हुई जब इस मामले की जांच दोबारा तत्कालीन मुख्य राजस्व अधिकारी भैया लाल सरोज से कराई गई। तो उन्होंने सभी अधिकारियों को एक तरफ से सभी को क्लीन चिट दे दिया। मामला काफी गंभीर था। इसलिए इस मामले की जांच कमिश्नर के निर्देश पर फिर से कराई गई। जहां इस बार की जांच में फिर वही लोग दोषी पाए गए। ऐसे में पुलिस अधिकारी भैया लाल सरोज की भूमिका को भी संदिग्ध मान रहे हैं।

वर्जन

राजस्व अधिकारियों से पूछताछ में खसरे में हेरफेर किए जाने की बात सामने आई है। यह गंभीर मामला है। जल्द ही एडीए सचिव, तत्कालीन एडीएम प्रशासन, सब रजिस्ट्रार व तत्कालीन सीआरओ समेत कई अन्य लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।

-बृजेश मिश्रा, एसपी क्राइम