ईट-पत्थर से कूंचकर किया अधमरा, इलाहाबाद रेफर
दर्जन भर से अधिक दबंगों ने मकान की दीवार ढहाकर किया तांडव
< ईट-पत्थर से कूंचकर किया अधमरा, इलाहाबाद रेफर
दर्जन भर से अधिक दबंगों ने मकान की दीवार ढहाकर किया तांडव
pratapgarh@inext.co.in
PRATAPGARH: pratapgarh@inext.co.in
PRATAPGARH: शहर के जेल रोड स्थित मकान में घुसकर रविवार रात दर्जन भर से अधिक हथियार बंद दबंगों ने वृद्धा व उसके बेटे बेटियों को जमकर मारा पीटा। हमलावरों ने वृद्धा के सिर व आंखों को ईट से कूच दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। उपचार के लिए उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत बिगड़ने पर डाक्टरों ने उसे इलाहाबाद के लिए रेफर कर दिया।
पति की हो चुकी है मौत
शहर के जेल रोड स्थित जामा मस्जिद के पास बदरुलनिशा (60) पत्नी सलामतउल्ला अपने बेटे-बेटियों के साथ रहती है। पति की मौत कई वर्ष पहले हो चुकी है। उसका अपने देवर हफीज उल्ला से मकान को लेकर पुराना विवाद चल रहा है। इसके लिए महीने भर पहले भी मारपीट हो चुकी है। आरोप है कि रविवार की देर रात हफीजउल्ला अपनी पत्नी, बेटों सहित दर्जन भर से अधिक लोगों के साथ हथियार लेकर घर की दीवार ढहाकर घर में घुस गए। घुसते ही देवर व अन्य हमलावर उसके ऊपर टूट पड़े। हथियारबंद हमलावरों ने उसे लाठी-डंडे से जमकर पीटा। इतना ही नहीं वे वृद्ध विधवा के सिर व आंखों को ईट से कूंच दिया।
कीमती सामान उठा ले गए
बीच-बचाव करने आए उसके बेटे मो। जावेद (31), रियाज अहमद (35) व बेटी शहनाज(33) व शाहीन (31) को भी जमकर पीटा। आरोप है कि हमलावरों ने घर का सारा इधर-उधर फेंक दिया और कीमती सामान उठा ले गए। शोरगुल मचाने पर हमलावर भाग निकले। इसके बाद घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वृद्धा की सिर व आंख पर गहरी चोट आई थी जिस पर डाक्टरों ने उसे इलाहाबाद के लिए रेफर कर दिया। घटना की सूचना पुलिस को दे दी गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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कवि सम्मेलन में सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार
- काव्य संग्रह 'उद्गार' पर साहित्यकारों ने दी प्रतिक्रिया
फोटो- 26 पीबीएच 02
<शहर के जेल रोड स्थित मकान में घुसकर रविवार रात दर्जन भर से अधिक हथियार बंद दबंगों ने वृद्धा व उसके बेटे बेटियों को जमकर मारा पीटा। हमलावरों ने वृद्धा के सिर व आंखों को ईट से कूच दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। उपचार के लिए उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत बिगड़ने पर डाक्टरों ने उसे इलाहाबाद के लिए रेफर कर दिया।
पति की हो चुकी है मौत
शहर के जेल रोड स्थित जामा मस्जिद के पास बदरुलनिशा (म्0) पत्नी सलामतउल्ला अपने बेटे-बेटियों के साथ रहती है। पति की मौत कई वर्ष पहले हो चुकी है। उसका अपने देवर हफीज उल्ला से मकान को लेकर पुराना विवाद चल रहा है। इसके लिए महीने भर पहले भी मारपीट हो चुकी है। आरोप है कि रविवार की देर रात हफीजउल्ला अपनी पत्नी, बेटों सहित दर्जन भर से अधिक लोगों के साथ हथियार लेकर घर की दीवार ढहाकर घर में घुस गए। घुसते ही देवर व अन्य हमलावर उसके ऊपर टूट पड़े। हथियारबंद हमलावरों ने उसे लाठी-डंडे से जमकर पीटा। इतना ही नहीं वे वृद्ध विधवा के सिर व आंखों को ईट से कूंच दिया।
कीमती सामान उठा ले गए
बीच-बचाव करने आए उसके बेटे मो। जावेद (फ्क्), रियाज अहमद (फ्भ्) व बेटी शहनाज(फ्फ्) व शाहीन (फ्क्) को भी जमकर पीटा। आरोप है कि हमलावरों ने घर का सारा इधर-उधर फेंक दिया और कीमती सामान उठा ले गए। शोरगुल मचाने पर हमलावर भाग निकले। इसके बाद घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वृद्धा की सिर व आंख पर गहरी चोट आई थी जिस पर डाक्टरों ने उसे इलाहाबाद के लिए रेफर कर दिया। घटना की सूचना पुलिस को दे दी गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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कवि सम्मेलन में सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार
- काव्य संग्रह 'उद्गार' पर साहित्यकारों ने दी प्रतिक्रिया
फोटो- ख्म् पीबीएच 0ख्
pratapgarh@inext.co.in
PRATAPGARH: pratapgarh@inext.co.in
PRATAPGARH: सृजना साहित्यिक संस्था के तत्वावधान में सोमवार को कवि सम्मेलन एवं मुशायरा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में साहित्यकार पं। श्याम नारायण मिश्र श्याम द्वारा रचित काव्य संग्रह 'उद्गार' पर विचार मंथन एवं विवेचना कवियों एवं साहित्यकारों द्वारा की गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि भानुप्रताप त्रिपाठी मराल ने कहा कि पं। श्याम द्वारा रचित काव्य संग्रह इनके मन का उद्गार है जो मन में उपजे भावों का काव्य संग्रह के रूप में संकलन है।
काव्य संग्रह पर हुआ मंथन
अध्यक्षता करते हुए साहित्यकार डा। दयाराम मौर्य रत्न ने कहा कि उद्गार में रचित हर कविता मुरली से निकले स्वर की तरह है। यह हृदय से निकली अभिव्यक्ति है। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि डा। हरिहर प्रसाद पांडेय व डा। संगमलाल त्रिपाठी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन डा। रामानुजपाल भ्रमर ने किया। इस दौरान राधेश्याम दीवाना, राजमूर्ति सौरभ, सुनील प्रभाकर, राजेश प्रतापगढ़ी, आरती पांडेय, रविशंकर मिश्र, गंगाप्रसाद आदि ने समाज में फैली कुरीतियों पर प्रहार किया। इस मौके पर धर्मेद्र शर्मा, ओमप्रकाश त्रिपाठी, आनंद मोहन ओझा, सुभाष चंद्र, मनीष पांडेय, डा। चंद्रेश बहादुर आदि मौजूद रहे।