पैसों को सुरक्षित रखना प्राथमिकता  
खबरों के मुताबिक, EPFO अपने कस्टमर्स के पैसों को सुरक्षित रखने के लिहाज से ऑनलाइन ट्रांसफर सिस्टम को मजबूती प्रदान करना चाहता है, ताकि इसमें कोई गड़बड़ी न हो. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'हम इस सिस्टम पर अच्छी तरह से काम कर रहे हैं, जोकि जल्द ही लॉन्च हो जाएगा. हालांकि इसे लागू करने से पहले इसे फुल प्रूफ बनाना चाहते हैं. हम एक मजबूत सिस्टम चाहते हैं क्योंकि इसमें रकम EPFO के हाथ से चली जाएगी और यह ऑनलाइन पीएफ ट्रांसफर क्लेम की तरह नहीं होगा, जिसमें पैसा एक एकाउंट से दूसरे पीएफ एकाउंट में ट्रांसफर होता है. पीएफ एकाउंट के ऑनलाइन सेटलमेंट के लिए एकाउंट्स को आधार डेटाबेस का इस्तेमाल कर ऑनलाइन वेरिफाई करने की जरूरत होगी. इस वजह से पीएफ एकाउंट के साथ आधार नंबर का जुड़ा होना एक पूर्व शर्त है. अभी तक सभी पीएफ एकाउंट्स आधार के साथ नहीं जोड़े गए हैं.'

ऑनलाइन विड्रॉल बनेगा हकीकत
अधिकारी के मुताबिक, सब्सक्राइबर्स के लिए अपना आधार नंबर देना अनिवार्य नहीं है, लेकिन यह विड्रॉल जैसी हाई-वैल्यू ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए जरूरी होगा जिसमें रकम EPFO के पास से चली जाएगी. उन्होंने कहा कि EPFO आधार नंबर को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए काम कर रहा है और इस प्रोजेक्ट के तहत एनरॉलमेंट के लिए सब्सक्राइबर्स को कैम्प लगाकर मदद की जा रही है. अभी EPFO सब्सक्राइबर्स पीएफ ट्रांसफर और एकाउंट्स देखने के लिए ऑनलाइन सुविधाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं. हालांकि, अधिकारी का कहना था कि ऑनलाइन विड्रॉल सुविधा को हकीकत बनने में अभी कुछ समय लगेगा.

EPFO से जुड़ा आधार 
रिपोर्ट के मुताबिक, EPFO एनरॉलमेंट के लिए यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) का रजिस्ट्रार बनने के साथ ही इसके लिए एक ऑनलाइन ऑथेंटिकेशन यूजर एजेंसी भी होगी. इसका मतलब है कि EPFO किसी आवेदन की जानकारियों का आधार डेटाबेस के इस्तेमाल से वेरिफिकेशन कर सकेगा. लेकिन इसके लिए पीएफ एकाउंट के साथ आधार नंबर का जुड़ा होना जरूरी है. आपको बता दें कि EPFO ने पिछले साल जुलाई में 4 करोड़ से ज्यादा पोर्टेबल यूनिवर्सल एकाउंट नंबर्स (UAN) जारी किए थे. EPFO अपनी सर्विसेज को बेहतर बनाने के लिए बैंक एकाउंट और आधार नंबर जैसी केवाईसी जानकारियों को यूएएन के साथ जोड़ रहा है. EPFO की वेबसाइट के मुताबिक, ऑर्गेनाइजेशन ने 4.37 करोड़ यूएएन जारी किए हैं और 52.26 लाख एकाउंट होल्डर्स ने अपने पोर्टेबल पीएफ एकाउंट के साथ जोड़ने के लिए आधार नंबर उपलब्ध कराए हैं.

 

पैसों को सुरक्षित रखना प्राथमिकता
खबरों के मुताबिक, EPFO अपने कस्टमर्स के पैसों को सुरक्षित रखने के लिहाज से ऑनलाइन ट्रांसफर सिस्टम को मजबूती प्रदान करना चाहता है, ताकि इसमें कोई गड़बड़ी न हो. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'हम इस सिस्टम पर अच्छी तरह से काम कर रहे हैं, जोकि जल्द ही लॉन्च हो जाएगा. हालांकि इसे लागू करने से पहले इसे फुल प्रूफ बनाना चाहते हैं. हम एक मजबूत सिस्टम चाहते हैं क्योंकि इसमें रकम EPFO के हाथ से चली जाएगी और यह ऑनलाइन पीएफ ट्रांसफर क्लेम की तरह नहीं होगा, जिसमें पैसा एक एकाउंट से दूसरे पीएफ एकाउंट में ट्रांसफर होता है. पीएफ एकाउंट के ऑनलाइन सेटलमेंट के लिए एकाउंट्स को आधार डेटाबेस का इस्तेमाल कर ऑनलाइन वेरिफाई करने की जरूरत होगी. इस वजह से पीएफ एकाउंट के साथ आधार नंबर का जुड़ा होना एक पूर्व शर्त है. अभी तक सभी पीएफ एकाउंट्स आधार के साथ नहीं जोड़े गए हैं.'


ऑनलाइन विड्रॉल बनेगा हकीकत
अधिकारी के मुताबिक, सब्सक्राइबर्स के लिए अपना आधार नंबर देना अनिवार्य नहीं है, लेकिन यह विड्रॉल जैसी हाई-वैल्यू ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए जरूरी होगा जिसमें रकम EPFO के पास से चली जाएगी. उन्होंने कहा कि EPFO आधार नंबर को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए काम कर रहा है और इस प्रोजेक्ट के तहत एनरॉलमेंट के लिए सब्सक्राइबर्स को कैम्प लगाकर मदद की जा रही है. अभी EPFO सब्सक्राइबर्स पीएफ ट्रांसफर और एकाउंट्स देखने के लिए ऑनलाइन सुविधाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं. हालांकि, अधिकारी का कहना था कि ऑनलाइन विड्रॉल सुविधा को हकीकत बनने में अभी कुछ समय लगेगा.


EPFO से जुड़ा आधार
रिपोर्ट के मुताबिक, EPFO एनरॉलमेंट के लिए यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) का रजिस्ट्रार बनने के साथ ही इसके लिए एक ऑनलाइन ऑथेंटिकेशन यूजर एजेंसी भी होगी. इसका मतलब है कि EPFO किसी आवेदन की जानकारियों का आधार डेटाबेस के इस्तेमाल से वेरिफिकेशन कर सकेगा. लेकिन इसके लिए पीएफ एकाउंट के साथ आधार नंबर का जुड़ा होना जरूरी है. आपको बता दें कि EPFO ने पिछले साल जुलाई में 4 करोड़ से ज्यादा पोर्टेबल यूनिवर्सल एकाउंट नंबर्स (UAN) जारी किए थे. EPFO अपनी सर्विसेज को बेहतर बनाने के लिए बैंक एकाउंट और आधार नंबर जैसी केवाईसी जानकारियों को यूएएन के साथ जोड़ रहा है. EPFO की वेबसाइट के मुताबिक, ऑर्गेनाइजेशन ने 4.37 करोड़ यूएएन जारी किए हैं और 52.26 लाख एकाउंट होल्डर्स ने अपने पोर्टेबल पीएफ एकाउंट के साथ जोड़ने के लिए आधार नंबर उपलब्ध कराए हैं.

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