-31 वर्ष पुराना हॉस्पिटल अब यूपी सरकार नहीं केन्द्र सरकार की निगरानी में चलाया जाएगा

क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ :

कर्मचारी राज्य बीमा निगम के (ईएसआई) सीबीगंज स्थित हॉस्पिटल को 31 साल की उम्र में ही बाईपास सर्जरी की जरूरत पड़ गई। सैटरडे को केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री संतोष गंगवार ने हॉस्पिटल को राज्य के हाथ से केंद्रीय निगरानी में हस्तांतरण की घोषणा की। इस मौके पर उन्होंने शिलापट बोर्ड का फीता काटकर औपचारिकता पूरी की। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कर्मचारियों के परिवार ही नहीं, हॉस्पिटल पहुंचने वाले उनके परिजन और आमजन भी इलाज को परेशान नहीं रहेंगे। हॉस्पिटल के नवनियुक्त चिकित्सा अधीक्षक डॉ। चरणजीत सिंह, भारत सरकार में ईएसआइसी के महानिदेशक राजकुमार, आईएसआईसी कानपुर मुख्यालय के अपर आयुक्त एसी त्रिपाठी, महापौर उमेश गौतम और विधायकों के साथ पूरे हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। कुछ कक्षों में काम चलता और खाली दिखने पर इसे समय से पूरा करके ओपीडी और चिकित्सा सुविधाएं शुरू करने के निर्देश दिए।

चार अन्य भी मॉडल हॉस्पिटल

निरीक्षण के बाद हुए भव्य समारोह में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह हॉस्पिटल केवल कर्मचारियों के लिए नहीं, बल्कि हमारे शहर के लिए भी बहुत जरूरतों वाला है। प्रदेश सरकार सही से नहीं चला पाता रहा था, तब केंद्र को सौंपने का प्रस्ताव रखा। जब से जिम्मेदारी मिली है, तब से यह हमारी रुचि और निगरानी का विषय है कि लोगों को सही उपचार मिले। इसे मॉडल ईएसआईसी हॉस्पिटल के रूप में विकसित किया जाएगा। श्रम राज्यमंत्री ने अपने गृह जिले के ईएसआइसी के साथ ही वाराणसी, कानपुर के जाजमऊ, मिर्जापुर, आगरा के छिपीटोला, सीतापुर और हापुड़ स्थित ईएसआइ हॉस्पिटलों के नवीनीकरण और मॉडल हॉस्पिटल के तौर पर विकसित करने की घोषणा की। शहर विधायक डॉ। अरुण कुमार ने कहा कि शहर के लोगों को अब तक अच्छे इलाज के लिए या तो शहर के महंगे प्राइवेट या फिर दिल्ली, लखनऊ जाना पड़ता है। विधायक ने साढ़े तीन एकड़ में फैले ईएसआई हॉस्पिटल को मेडिकल कॉलेज में परिवर्तित करने की मांग रखी। महापौर उमेश गौतम ने कहा कि यह बड़ा काम है। इस मौके पर बहेड़ी क्षेत्र के विधायक छत्रपाल सिंह गंगवार, भोजीपुरा के विधायक बहोरन लाल मौर्य, मीरगंज के डीसी वर्मा, स्थानीय पार्षद व अन्य लोग मौजूद थे।