DEHRADUN:दून के किन्नरों ने एक अनोखी पहल की शुरुआत की है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान में किन्नरों ने भी अपने तरीके से सहयोग देने का बेड़ा उठाया है। बेटी की बधाई लेने आने वाले किन्नर 101 रुपए की बधाई बेटी के परिजनों को देंगे।

1 रुपए के सिक्के के बदले 101 रुपए
बेटियों के घटते लिंगानुपात को देखते हुए केन्द्र सरकार ने बेटियों के संरक्षण के लिए बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत की थी। इस योजना में केन्द्र सरकार की पहल पर कई संस्थाओं ने अपना योगदान देते हुए बेटियों को सशक्त बनाने और बेटियों को संरक्षण करने के लिए अपना योगदान दिया। लेकिन अब बेटी बचाने और बेटी को पढ़ाने के लिए दून के किन्नर भी आगे आए हैं। दया भारती सोसायटी संस्था के जरिए राजधानी के करीब 500 से भी ज्यादा किन्नर बेटी होने पर परिजनों को बधाई के तौर पर 101 रुपए देंगे। दया भारती सोसायटी संस्था की अध्यक्ष रजनी रावत ने बताया कि संस्था लगातार बेटियों के कल्याण के लिए अपना योगदान देता आ रहा है। रजनी ने बताया कि संस्था की सभी किन्नर सदस्य बधाई के रूप मे अपना योगदान देंगी। रजनी ने कहा कि अब तक किन्नर बधाई देने वाले घरों में शगुन के तौर पर एक सिक्का देते थे। लेकिन अब बेटी बचाने के लिए किन्नरों ने भी अपना योगदान देने का फैसला लिया है। रजनी ने बताया कि शुरुआत में देहरादून के किन्नर 101 रुपए बधाई के तौर पर देंगे, जिसको पूरे प्रदेश में शुरू करने की कोशिश की जा रही है।

 

गरीब की मदद के लिए कर रहे काम
आपको बता दें कि दया भारती सोसायटी संस्था राजधानी में गरीब बेटियों की पढ़ाई के अलावा शादी के लिए आर्थिक मदद दे रहीं हैं। दया भारती सोसायटी संस्था में राजधानी के सभी किन्नरों द्वारा आर्थिक सहयोग किया जाता है। संस्था की अध्यक्ष रजनी रावत ने बताया कि संस्था द्वारा गरीब बेटियों की पढ़ाई से लेकर शादी तक का खर्चा उठाया जाता है। रजनी ने कहा कि जो पैसा किन्नरों द्वारा बधाई के रूप में लोगों से लिया जाता है। उसमे से कुछ पैसा दया भारती सोसायटी संस्था के जरिए गरीब बच्चों के कल्याण में लगाया जाता है।

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नहीं चाहिए पेंशन
दया भारती सोसायटी संस्था की अध्यक्ष रजनी रावत ने सरकार से मांग की है जो पैसा सरकार किन्नरों के कल्याण में खर्चा करना चाहती है। उस पैसे से गरीब बच्चों के कल्याण में खर्च किया जाए। रजनी ने कहा कि राज्य सरकार ने किन्नरों के लिए पेंशन देने की बात कही है। लेकिन किन्नरों के लिए किन्नर समाज लगातार प्रयास कर रहा है। ऐसे में जो पैसा किन्नरों के पेंशन के लिए राज्य सरकार देना चाहती है, उससे कई गरीब बच्चों का कल्याण हो सकता है।

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हम देहरादून में बेटी होने पर परिजनों को 101 रुपए की बधाई देंगे। अभी हमने देहरादून में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के तहत इस पहल की शुरूआत की है। हम कोशिश करेंगे कि पूरे उत्तराखंड में इस पहल को चलाएं।
रजनी रावत, अध्यक्ष, दया भारती सोसायटी संस्था

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