-गोदान एक्सप्रेस में हुई घटना, छात्रों ने बरपा हंगामा

-जंक्शन पहुंच कर फैमिली मेम्बर्स ने पुलिस को दर्ज कराई शिकायत

ALLAHABAD: रेलवे पुलिस ट्रेनों में छेड़खानी की घटनाओं को रोकने के लिए भले ही अभियान चलाकर लोगों को निर्भया कार्ड बांट रही है। लेकिन, हकीकत यह है कि सरेआम ट्रेन में छेड़खानी के मामले में कार्रवाई की बात आने पर पुलिस बैकफुट पर चली जाती है। लेटेस्ट एग्जाम्पल है शनिवार को गोदान एक्सप्रेस में हुई घटना। चलती ट्रेन में कुछ लड़के एक टीन एज छात्रा की वीडियो क्लीपिंग बनाने लगे। फैमिली मेम्बर्स ने विरोध किया तो लड़कों ने हंगामा बरपा और ट्रेन रुकी तो पथराव कर भाग निकले। फैमिली मेम्बर्स ने जंक्शन पर जीआरपी से छेड़खानी की कंप्लेन की है।

आजमगढ़ से बैठी थी फैमिली

गोदान एक्सप्रेस छपरा से मुम्बई जा रही थी। शनिवार को आजमगढ़ के जफर रजा फैमिली के साथ ट्रेन में बैठे। उनकी सीट एस एट कोच में रिजर्व थी। परिवार में एक किशोरी भी थी। सेफ्टी प्वाइंट ऑफ व्यू से परिवार ने उसे ऊपर की सीट पर बैठा दिया था। इस परिवार को मुंबई तक का सफर पूरा करना था। उन लोगों ने बताया कि जौनपुर में कुछ लड़के जबरन इस कोच में घुस आए। शायद उनके पास एमएसटी था। कोच में बैठने को लेकर उनकी कोच में पैसेंजर से नोक झोंक हुई तो उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया। इसके बाद कुछ ही दूरी का मामला मानकर लोगों ने उन्हें बैठने की जगह दे दी।

मोबाइल पर पड़ गई नजर

जफर की मानें तो रास्ते में कुछ लड़के छात्रा की मोबाइल से क्लिपिंग बनाने लगे। संयोग से किशोरी की उन पर नजर पड़ गई तो उन्होंने अपने भाई से यह बात बताई। इस बात पर छात्रा के भाई ने विरोध जताया तो झड़प होने लगी। उस वक्त लड़के शांत हो गए। क्योंकि, ट्रेन में बैठे पैसेंजर्स ने भी जफर का साथ दिया। ट्रेन प्रयाग स्टेशन पहुंची तो छात्रों ने फोन करके अपने साथियों को बुला लिया था। आरोप है कि वहीं जफर की पिटाई शुरू कर दी गई। इसके बाद ट्रेन आगे बढ़ी तो खुद को छात्र बताने वाले युवकों ने पथराव कर दिया। इससे जफर का सिर फट गया। जंक्शन पहुंचने पर जफर ने रेलवे पुलिस से कंप्लेन किया। पुलिस ने उसका ट्रीटमेंट कराया और उसकी तहरीर पर रिपेार्ट दर्ज कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

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किस काम की है रेलवे पुलिस

ट्रेनों से यात्रा करने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए जीआरपी के जवानों की तैनाती का प्रावधान है। इसके बाद भी दो बार झड़प और इस दौरान पुलिस की गैरमौजूदगी से सवाल खड़ा हो गया कि आखिर जीआरपी के जवान कहां थे और क्या कर रहे थे। क्या इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जवानों पर भी कोई कार्रवाई होगी?

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किस काम का निर्भया कार्ड

पुलिस ने हाल ही में निर्भया कार्ड वितरित करते हुए मैसेजिंग से चलती ट्रेन में घटना होने की सूचना देने का आग्रह किया था। इसके बावजूद जौनपुर के बाद पड़ने वाले स्टेशनों पर कोई जीआरपी का जवान नहीं पहुंचा। प्रयाग स्टेशन पर पथराव करके भी अराजकतत्व निकल गए और उनका कोई कुछ न कर सका।