- मेरठ के बाल संप्रेक्षण गृह से फरार हो गए थे किशोर

- 91 में 72 बंदी पकड़े गए, 19 बंदी अभी भी फरार

- मुजफ्फरनगर में जेल से फरार बंदी ने ही की थी विक्की की हत्या

- बाल बंदियों को पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है पुलिस

Meerut: मुजफ्फरनगर में कुख्यात बदमाश विक्की त्यागी का मर्डर शामली के बाल संप्रेक्षण गृह से फरार किशोर सागर ने किया है। ऐसे में अब मेरठ पुलिस भी कठघरे में खड़ी होनी शुरू हो गई है। दो फरवरी की आधी रात 9क् बाल बंदी फरार हो गए थे, जिसमें से 7ख् को पकड़ लिया गया है, जबकि क्9 अभी भी फरार हैं। सवाल है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि क्रिमिनल के संरक्षण में बाल बंदी ट्रेनिंग तो नहीं ले रहे। पुलिस की लापरवाही के चलते ही किशोर पकड़ में नहीं आ सके हैं। ये फरार बदमाश हो सकता है किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहे हों।

खून से सने हैं हाथ

यूं तो बाल संप्रेक्षण गृह बाल किशोरों को सुधारने के लिए बना है। यहां ऐसे-ऐसे कार्यक्रम जिला प्रोबेशन अधिकारी के माध्यम से सरकार कराती है, ताकि जरायम की दुनिया छोड़कर किशोर अपना भविष्य संवारे, लेकिन यहां बाल बंदियों को खून से हाथ सने रहने में मजा आता है। करीब दो महीने पहले एक सिपाही को बाल संप्रेक्षण गृह के बाहर मौत के घाट उतार दिया गया था। इतना ही नहीं खूंखार बंदी कई बार गृह में तोड़फोड़ भी कर चुके है। बाल बंदी सुधरने का नाम नहीं ले रहे है। 9क् बंदियों का भाग जाना उनके शातिर और बिगड़ैल होने का परिचय देने के लिए काफी है, वह बात अलग है कि 7ख् बाद में पकड़ में आ गए।

पकड़ में नहीं आ रहे बंदी

जितने भी बाल बंदी फरार चल रहे हैं, उनको पकड़ने के लिए मेरठ पुलिस के साथ-साथ उस जिले की पुलिस भी जुटी हुई है। आईजी जोन आलोक शर्मा द्वारा तो किशोरों को पकड़ने के लिए ईनाम भी घोषित कर दिया गया। इसके बाद पुलिस टीम ने 7ख् किशोरों को पकड़ लिया, लेकिन जिस तरह विक्की त्यागी के मर्डर में शामली से फरार हुए बाल बंदी सागर का नाम आया। इससे मेरठ पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती जरूर पैदा हो गई। सूत्रों की मानें तो पुलिस खुद मानकर चल रही है कि यहां से फरार बंदी क्रिमिनल के संरक्षण में ट्रेनिंग ले रहे होंगे और बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। सागर का नाम आने के बाद पुलिस ने यहां के फरार क्9 बंदियों को पकड़ने के लिए खूब दबिश दी, लेकिन सफलता हाथ नहीं लग सकी है। एसओ नौचंदी महावीर चौहान का कहना है कि जल्द ही किशोरों को पकड़ लिया जाएगा। हम प्रयास कर रहे हैं।

बड़े बदमाशों पर भी है नजर

पुलिस की नजर उन बदमाशों पर है जो कई मामलों में वांछित चल रहे हैं, लेकिन लंबे समय बीत जाने के बावजूद भी पकड़ में नहीं आ सके हैं। यदि किशोर इन बदमाशों के टच में है तो पुलिस के लिए बड़ी चुनौती होगी। यदि पुलिस इस बात की गंभीरता को समझते हुए जल्द ही किशोरों को पकड़ लेती है तो ही पुलिस के लिए बेहतर होगा।

मामला पूरा जानकारी में है। 7ख् किशोरों को पकड़ने में हमें सफलता प्राप्त हुई, बाकी किशोरों को पकड़ने के लिए हमारी टीम वर्क कर रही है। जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।

-सुभाष सिंह बघेल

एसएसपी