PATNA: छह माह के अंदर पटना नगर निगम में नगर आयुक्त की कुर्सी पर बैठने वाले अभिषेक सिंह तीसरे शख्स हैं। इन्हें राज्य सरकार ने ख्क् जून को नगर आयुक्त नियुक्त किया है। इससे पहले जय सिंह और शीर्षत कपिल अशोक नगर आयुक्त रह चुके हैं। निगम में इस समय मानसून को लेकर बड़ी तैयारी चल रही है। ऐसे में राज्य सरकार के इस फैसले से जिसमें निगम आयुक्त का तबादला किया गया है, हर कोई अचंभित है। सरकार के इस निर्णय को पार्षद सकारात्मक नहीं मानते हैं।

बारिश में हो सकती परेशानी

पार्षदों की माने तो इस मानसून में पटना को जल-जमाव सहित कई तरह की समस्या से निजात दिलाने और स्मार्ट सिटी बनाने की कोशिश को थोड़ा झटका लगा है। क्योंकि नए आयुक्त को इन मामलों को समझने में समय लग सकता है। देखा जाए तो इस साल साफ-सफाई को लेकर नगर आयुक्त रहे जय सिंह ने जो रणनीति बनाई थी, उस पर उन्हें अमल करने का मौका भी नहीं मिला। वहीं राजधानी से जल निकासी को लेकर नगर आयुक्त रहे शीर्षत कपिल अशोक की तैयारी धरी की धरी रह गई। इनका महज दो महीने के अंदर तबादला कर दिया गया। अब सामान्य प्रशासन विभाग के अपर सचिव अभिषेक सिंह को नया नगर आयुक्त बनाया गया है।

ये रहा इनका कार्यकाल

अब तक यह साल तीन नगर आयुक्त के नाम रहा। पहला जय सिंह, जिनका कार्यकाल एक अप्रेल ख्0क्भ् से 8 अप्रेल ख्0क्म् तक रहा। दूसरे शीर्षत कपिल अशोक, जिनका कार्यकाल 9 अप्रेल ख्0क्म् से ख्क् जून ख्0क्म् तक रहा। तीसरे नगर आयुक्त अभिषेक सिंह, जिन्होंने ख्फ् जून ख्0क्म् को अपना पदभार ग्रहण किया है।

वर्जन

सरकार की यह सकारात्मक पहल नहीं है। मानसून सर पर है और नगर आयुक्त का ट्रांसफर कर दिया गया। ऐसे में परेशानी तो होगी ही।

- संजीव कुमार, पार्षद, वार्ड ख्ख्

सरकार नगर निगम को सशक्त होने देना नहीं चाहती। एक नगर आयुक्त के साथ जहां प्लानिंग होती है, कि उनका ट्रांसफर कर दिया जाता है।

- अर्जुन यादव, पार्षद, वार्ड ब्क्