RANCHI : राजधानी की सड़कें अब कातिल हो गई हैं। सड़कों पर चलना महफूज नहीं रहा। जिला परिवहन विभाग के आंकड़े कह रहे हैं कि राजधानी में सड़क हादसे हर दिन एक की जान ले लेते हैं। सड़क हादसों में मरने वालों में ज्यादा संख्या युवाओं की है जो रफ्तार के शौकीन बन बैठे हैं। तेज रफ्तार का रोमांच पाने की ललक में युवा आज भी यातायात के सुरक्षा नियमों की अनदेखी करते राजधानी की सड़कों पर दिख जाते हैं।

नहीं हो रहे अवेयर

ट्रैफिक पुलिस जनता को जागरूक करने के लिये कभी गुलाब बांटता है तो कभी बैनर पोस्टरों से जागरूक करता है। इतना ही नहीं लोगों को सुरक्षा नियमों को लेकर अवेयर करने के लिए कभी यमराज तो कभी सांता और तो कभी नारद बनकर भी सड़क के नियम कानून को समझाती है। इतना ही नहीं कई एनजीओ भी सड़क सुरक्षा को लेकर अवेयरनेस का प्रोग्राम विभिन्न अवसरों पर चलाते रहते हैं, लेकिन उसका कोई भी सकारात्मक नतीजा नहीं निकल रहा है।

23 अप्रैल से रोड सेफ्टी वीक

परिवहन विभाग जिला स्तर पर 23 अप्रैल से 30 अप्रैल तक रोड एंड सेफ्टी वीक मनाने जा रहा है। जिसमें सड़क हादसों को लेकर खासकर युवाओं के बीच विभिन्न कॉलेजों एवं स्कूलों में अवेयरनेस कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। जिला परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि इस बार रोड सेफ्टी वीक का शीर्षक सड़क सुरक्षा , जीवन रक्षा रखा गया है। इस दौरान कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस बाबत सभी मोटर ट्रेनिंग इंस्टीटयूट, आटोमोबाइल डीलर को भी जवाबदेही सौंपी गई है। जिला परिवहन कार्यालय की ओर से रोड सुरक्षा को लेकर पंपलेट का वितरण, होर्डिग बैनर आदि लगाए जाएंगे। रैली भी निकाली जाएगी। विभिन्न चौक चौराहों पर नुक्कड़ नाटक के साथ साथ एलईडी वैन पर फिल्म का प्रसारण भी कराया जाएगा।