- प्रदेश की822 सीएचसी पर जल्द मिलेगी सुविधा

- स्वास्थ्य विभाग ने तैयार किया प्लान

LUCKNOW: प्रदेश के 822 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर भी जिला अस्पताल की तरह ही पैथोलॉजी जांच की सुविधा उपलब्ध होगी। स्वास्थ्य महानिदेशालय इसका प्लान तैयार कर रहा है। ऐसे में इससे मरीजों को काफी सहूलियत होगी।

जांच जिला अस्पताल में ही

स्वास्थ्य विभाग के प्रस्ताव के तहत सीएचसी पर सैंपल कलेक्शन सेंटर्स खोले जाएंगे, लेकिन जांच जिला अस्पतालों में ही होंगी। सैम्पल सेंटर पर ब्लड का सैंपल लेकर संबद्ध चिकित्सालय भेजा जाएगा, जहां जांच कर रिपोर्ट दूसरे दिन सीएचसी को भेज दी जाएगी। इसकी मदद से रोगी का उपचार हो सकेगा। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग में प्रस्ताव बनाया जा चुका है। कागजी कार्यवाही चल रही है। जल्द ही इसे अमलीजामा पहनाया जाएगा।

नहीं होती हैं गंभीर जांचें

दरअसल प्रदेश की ग्रामीण आबादी को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रदेश के विभिन्न जिलों में कुल 822 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चल रहे हैं। इन केंद्रों पर 30 बेड्स के साथ गिनी-चुनी ब्लड की जांचे और बेहद प्राथमिक उपचार ही रोगियों को मिल पाता है। सभी गंभीर स्थिति में जांच आदि की सुविधा न होने पर रोगियों को जिला स्तरीय अस्पतालों में भेजना पड़ता है।

इसलिए लिया गया फैसला

ऐसे में राजधानी के सरकारी चिकित्सालयों से लेकर प्रदेश के जिला चिकित्सालयों में रोगियों की भयंकर भीड़ रहती हैं। जबकि रोगियों को भी इलाज पाने के लिए मीलों सफर करना पड़ता है। यही नहीं, ऐसा होने से अस्पतालों में रोगियों की अत्यधिक भीड़ होती है। जिससे यहां भी सेवाएं प्रभावित होती हैं, जबकि सीएचसी पर बेहद कम मरीज ही पहुंचते हैं। इन्हीं इसके मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी चिकित्सालयों में होने वाली जांचे सीएचसी स्तर पर उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।

सीएचसी पर होती हैं यह जांचे

स्वास्थ्य महानिदेशालय के अधिकारियों के अनुसार, सीएचसी पर हीमोग्लोबिन, ब्लड ग्रुप, यूरिया, यूरिया प्रेग्नेंसी, ग्लूकोमीटर की मदद से ब्लड शुगर जैसी खून की बेहद सामान्य जांच ही हो पाती हैं। इसके अलावा ब्लड जांचों की जरूरत पड़ने पर रोगियों को सरकारी चिकित्सालय भेजा जाता है। अस्पतालों में सबसे अधिक जांचे ब्लड की होती हैं। इस नई सुविधा से हीमोग्लोबिन, यूरिया, क्रिएटिनिन, पोटेशियम, सोडियम, आरएच फैक्टर, एचआईवी, एसीजी, एलएफटी, पीएफटी जैसी अन्य सभी जांचे शामिल हैं।

सीएचसी पर ही इलाज के साथ जांच की सुविधा देने के लिए यह प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके शुरू होने से मरीजों को जिला अस्पताल नहीं भागना पड़ेगा।

- डॉ। ईयू सिद्दीकी,

अपर निदेशक सीएचसी पीएचसी