-हसनगंज के मदेयगंज की घटना

-दबंगों के रसूख के आगे पुलिस नतमस्तक, नहीं दर्ज हो सकी एफआईआर

-घटना के बारे में पूछे जाने पर भड़क उठे सीओ महानगर। बोले, हर थाने के मुकदमे की जानकारी मुझे नहीं

LUCKNOW : हसनगंज के मदेयगंज स्थित पुलिस चौकी एरिया में बीती रात मोहल्ले से गुजर रही युवती के साथ हो रही छेड़छाड़ का विरोध करना एसी मैकेनिक को महंगा पड़ गया। दबंग शोहदों ने लोहे की रॉड से उसे इस बुरी तरह पीटा कि मैकेनिक के हाथ में फ्रैक्चर हो गया। भुक्तभोगी ने पुलिस को घटना की सूचना दी। पर, दबंग शोहदों का नाम सुनते ही पुलिसकर्मियों ने कदम पीछे खींच लिये और उलटे भुक्तभोगी को सुलह की सलाह दे डाली। जब भुक्तभोगी ने एफआईआर दर्ज कराए बिना थाने से जाने से इनकार कर दिया तो उसे थाने में ही बिठा लिया गया। इस दौरान न तो उसका इलाज कराया गया और न ही उसे उसके परिजनों से मिलने दिया गया। आखिरकार काफी देर बाद तहरीर लेने के बाद उसे थाने से छोड़ा गया। जब इस बारे में सीओ महानगर से जानकारी मांगी गई तो वे भड़क उठे और उन्होंने हर थाने के मुकदमों की जानकारी होने से इनकार कर दिया।

बेटे संग गुजर रहा था मैकेनिक

खदरा के दीनदयाल नगर निवासी अंजनी कुमार पाण्डेय पेशे से एसी मैकेनिक हैं। वह बुधवार रात करीब 9 बजे अपने बेटे हिमांशु के साथ घर लौट रहे थे। घर के करीब पहुंचने पर वह एक परिचित से बात करने लगे। इसी दौरान मोहल्ले में रहने वाले दबंग शोहदे सोनू, दानिश, अवधेश समेत उनके सात साथी उधर से गुजर रही युवतियों पर अश्लील फब्तियां कसने लगे। इस पर एक युवती को उनकी हरकत नागवार गुजरी और उसने युवकों को जमकर खरीखोटी सुनाई। युवती के जवाब पर शोहदे भड़क उठे और उन्होंने युवतियों को गालियां देना शुरू कर दिया।

टूट पड़े शोहदे

शोहदों की गाली-गलौज सुनकर युवती घबराकर खामोश हो गई। यह देख अंजनी ने शोहदों की हरकत का विरोध किया। अंजनी को विरोध करते देख शोहदे भड़क उठे और उन पर लोहे की रॉड व हॉकी से हमला बोल दिया। अंजनी ने बचाव के लिये आसपड़ोस के लोगों से गुहार लगाई लेकिन, दबंगों के खौफ के आगे किसी ने भी बीच-बचाव की हिम्मत नहीं दिखाई। आखिरकार दबंगों ने जी भर कर पिटाई कर लेने के बाद उसे रोड पर ही छोड़कर मौके से फरार हो गए। इस हमले में अंजनी के हाथ में फ्रैक्चर हो गया। जबकि, उसके शरीर में कई जगह गंभीर चोटें आई।

चौकी इंचार्ज मिले नदारद

अंजनी के मुताबिक, शोहदों के चले जाने के बाद उन्होंने अपने भाई को बुलाया। उसके साथ वह मदेयगंज चौकी पहुंचे। लेकिन, चौकी इंचार्ज वहां नदारद मिले। जब उन्होंने वहां मौजूद कॉन्सटेबल्स को आपबीती सुनाई तो उन्होंने बिना कोई कार्रवाई किये अंजनी को कोतवाली भेज दिया। आखिरकार घायल अंजनी बिना इलाज किये हुए हसनगंज कोतवाली पहुंचे तो पुलिस कर्मियों ने उन्हें रूकने की बात कही। अंजनी के शरीर से खून बह रहा था। पर, पुलिस कर्मियों ने उनका इलाज कराना भी मुनासिब नहीं समझा। काफी देर बाद पुलिस ने मामले की तहरीर ले ली। लेकिन उनका उपचार नहीं कराया। उसके बाद उन्हें सुबह आने की हिदायत देते हुए चलता कर दिया। अंजनी बलरामपुर अस्पताल पहुंचे। जहां उन्होंने उपचार कराया।

कोतवाली पहुंचे आरोपी, हाथ मिलाकर चलते बने

अंजनी ने बताया कि वह कोतवाली में ही मौजूद थे, इसी दौरान आरोपी भी वहां पहुंच गए। आरोपी वहां मौजूद कॉन्सटेबल्स के साथ कोतवाली के ही एक कमरे में चले गए। कुछ देर तक बंद कमरे में कॉन्सटेबल्स से बातचीत के बाद आरोपी कॉन्सटेबल्स से हंसी ठिठोली करते बाहर निकले और हाथ मिलाकर वहां से चलते बने। उन्होंने बताया कि आरोपियों के चले जाने के बाद पुलिसकर्मी उलटा आरोपियों से सुलह के लिये दबाव बनाने लगे।