- एक्स डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने अफसरों को चेताया

<एक्स डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने अफसरों को चेताया

PATNA: patna@inext.co.in

PATNA: बढ़ चला बिहार अभियान के सभी कार्यक्रम बुरी तरह से विफल हो गए हैं, पर इसके नाम पर जहां करोड़ों रुपए का बंदरबांट हो रहा है, वहीं सरकारी संसाधनों और तंत्र का दुरुपयोग कर जेडीयू का प्रचार किया जा रहा है। यह कहा एक्स डिप्टी सीएम व बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने।

बनाया जा रहा दबाव

उन्होंने कहा कि विधान परिषद् चुनाव के दौरान आचार संहिता लागू होने और बाद में पटना हाईकोर्ट की ओर से जनभागीदारी कार्यक्रम को सीमित किए जाने से 40 हजार बमुश्किल पांच हजार गांवों में भी सभाएं नहीं हुईं, मगर अब ऊपर से करोड़ों के फर्जी भुगतान के लिए जिला जन संपर्क पदाधिकारियों पर दबाव बनाया जा रहा है।

बाद में परेशानी न हो

सुमो ने कहा कि बीजेपी फर्जी भुगतान में सहभागी बने व विशेष पैकेज को लेकर केन्द्र सरकार के खिलाफ विज्ञापन तैयार करने वाले सरकारी अफसरों व कर्मचारियों को चेतावनी देती है कि सीएम के दबाव में ऐसा कुछ नहीं करें, जो बाद में उनके लिए परेशानी का सबब बन जाए। चुनाव के बाद एनडीए की सरकार बनना तय है और तब इन सभी गड़बडि़यों की निश्चित तौर पर जांच करायी जाएगी।

रूल्स का हो रहा उल्लंघन

कहा कि सरकारी धन का दुरुपयोग कर नीतीश कुमार के दबाव पर सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा विशेष पैकेज को लेकर केन्द्र सरकार के खिलाफ विज्ञापन प्रकाशित कराए जा रहे हैं, जो बिहार गवर्नमेंट सर्वेट कंडक्ट रूल्स 1978 की धारा 10 का उल्लंघन है।

अपमान की भाषा न गढ़ें : संजय सिंह

<बढ़ चला बिहार अभियान के सभी कार्यक्रम बुरी तरह से विफल हो गए हैं, पर इसके नाम पर जहां करोड़ों रुपए का बंदरबांट हो रहा है, वहीं सरकारी संसाधनों और तंत्र का दुरुपयोग कर जेडीयू का प्रचार किया जा रहा है। यह कहा एक्स डिप्टी सीएम व बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने।

बनाया जा रहा दबाव

उन्होंने कहा कि विधान परिषद् चुनाव के दौरान आचार संहिता लागू होने और बाद में पटना हाईकोर्ट की ओर से जनभागीदारी कार्यक्रम को सीमित किए जाने से ब्0 हजार बमुश्किल पांच हजार गांवों में भी सभाएं नहीं हुईं, मगर अब ऊपर से करोड़ों के फर्जी भुगतान के लिए जिला जन संपर्क पदाधिकारियों पर दबाव बनाया जा रहा है।

बाद में परेशानी न हो

सुमो ने कहा कि बीजेपी फर्जी भुगतान में सहभागी बने व विशेष पैकेज को लेकर केन्द्र सरकार के खिलाफ विज्ञापन तैयार करने वाले सरकारी अफसरों व कर्मचारियों को चेतावनी देती है कि सीएम के दबाव में ऐसा कुछ नहीं करें, जो बाद में उनके लिए परेशानी का सबब बन जाए। चुनाव के बाद एनडीए की सरकार बनना तय है और तब इन सभी गड़बडि़यों की निश्चित तौर पर जांच करायी जाएगी।

रूल्स का हो रहा उल्लंघन

कहा कि सरकारी धन का दुरुपयोग कर नीतीश कुमार के दबाव पर सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा विशेष पैकेज को लेकर केन्द्र सरकार के खिलाफ विज्ञापन प्रकाशित कराए जा रहे हैं, जो बिहार गवर्नमेंट सर्वेट कंडक्ट रूल्स क्978 की धारा क्0 का उल्लंघन है।

अपमान की भाषा न गढ़ें : संजय सिंह

PATNA: patna@inext.co.in

PATNA: सुशील मोदी अपमान की परिभाषा क्या है, ये बताएं तो कृपा होगी। क्योंकि जिस तरह से सुशील मोदी अपमान की परिभाषा गढ़ रहे हैं, उससे ये लगता है कि उनकी मानसिकता कुंठित हो गई है। सुशील मोदी अपनों के लिए अलग और दूसरों के लिए अलग नजरिया रखते हैं। ये कहा जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता और एमएलसी संजय सिंह ने। संजय सिंह ने कहा कि बताएं कि क्या अतिथियों का ये व्यवहार होता है कि उन्हे गाली दें। उनका मजाक उड़ाएं। नरेंद्र मोदी ने जिस तरह से पूरे बिहार को गाली दी है और उसके बाद भी उन्हें इस पर कोई अफसोस नहीं जताया है तो क्या अतिथियों का ये संस्कार होता है? लोकतांत्रिक तरीके से चुने हुए मुख्यमंत्री के बारे में अपशब्द कहने का अधिकार क्या प्रधानमंत्री को संविधान से मिला है ? क्या कोई अतिथि घर में आकर गाली- गलौज करता है? सुशील मोदी, बिहार के डीएनए में बर्दाश्त करने की क्षमता होती है। लेकिन इस अपमान का बदला बिहार लेने के लिए बिलकुल ही तैयार है और इसका जबाब गांधी मैदान की रैली में आम जनता ने पहुंच कर दे दिया है।