>RANCHI: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन, सीबीएसई क्लास टेंथ बोर्ड सोमवार से शुरू हो जाएगा। एग्जाम सुबह क्0.फ्0 बजे से शुरू होगा। बोर्ड एग्जाम के विभिन्न सेंटर्स पर इसकी तैयारी भी पूरी कर ली गई है। एग्जाम की बात आते ही मैनेजमेंट और स्ट्रेस की बात देखने को मिलती है। हजारों की संख्या में क्लास टेंथ और ट्वेल्थ के स्टूडेंट्स एग्जाम में शामिल होंगे। बोर्ड एग्जाम को लेकर जहां एक ओर पैरेंट्स और स्टूडेंट्स के बीच स्ट्रेस देखने को मिल रहा, वहीं फेस्टिवल सिजन में पढ़ाई के मैनेजमेंट को लेकर भी परेशानी होती है। इन बातों को लेकर सीबीएसई के साथ-साथ साइकियाट्रिस्ट और टीचर्स भी कर रहे स्टूडेंट्स और पैरेंट्स को अलर्ट।

एग्जाम के दौरान बनें स्मार्ट

टेंथ बोर्ड की शुरुआत वोकेशनल पेपर के साथ हो रही है, वहीं ट्वेल्थ बोर्ड का एग्जाम इंग्लिश सब्जेक्ट के साथ शुरू हो रहा है। इसके बाद ब् मार्च को ट्वेल्थ कॉमर्स स्ट्रीम का बिजनेस स्टडी और 9 मार्च को साइंस स्ट्रीम के फिजिक्स सब्जेक्ट का एग्जाम है। होली के पहले एक सब्जेक्ट और होली के बाद 9 मार्च को एग्जाम होगा। ख्0 अप्रैल तक ट्वेल्थ बोर्ड एग्जाम होगा। वहीं क्लास टेंथ का एग्जाम ख्0 मार्च तक जारी रहेगा। रिजनल पेपर को लेकर यह ख्म् मार्च तक एग्जाम होगा। इस बीच फेस्टिवल और मिलने वाले ब्रेक में स्मार्ट और क्वालिटी टाइम के लिए भी दिए जा रहे टिप्स।

इनका रखें ध्यान

- एग्जाम के दौरान मिलने वाले ब्रेक में सिर्फ रिविजन करें।

- फेस्टिवल के दिन मॉर्निग आवर में पढ़ाई जरूर करें। इससे पहले रात में जल्दी सो जाएं।

- एग्जाम से पहले की रात समय पर सोएं और हैप्पी मूड में रहें, ताकि एग्जामिनेशन हॉल में नींद और झुकने जैसे अड़चन ना आए।

- एग्जाम से पहले की रात एडमिट कार्ड और स्टेशनरी को तैयार कर रख लें, ताकि सुबह उठकर इन्हें अरेंज करने का स्ट्रेस ना हो।

- प्वाइंट टू प्वाइंट हर टॉपिक को टच जरूर कर लें

- पढ़ाई के दौरान लाइट म्यूजिक बीच-बीच में जरूर सुनें, ताकि माइंड हल्का रहे।

- एग्जाम के दौरान बहुत स्पाइसी ना खाएं, इससे डाइजेशन और हेलुसिनेशन की समस्या हो सकती है

सीबीएसई भी है तैयार

एग्जाम को लेकर स्टूडेंट्स स्ट्रेस फ्री रहें, इसके लिए सीबीएसई की ओर से भी हेल्प और क्वेरी की सुविधा दी गई।

सेंट्रलाइज्ड टॉल फ्री नंबर: स्टूडेंट्स की सुविधा के लिए टॉल फ्री नंबर क्800क्क्800ब् जारी किया गया है, जो सेंट्रलाइज्ड तरीके से काम करेगा।

स्पेशली एबल्ड चिल्ड्रेन के लिए भी सुविधा: सीबीएसई की ओर से स्पेशली एबल चिल्ड्रेन के लिए भी खास पैनल तैयार है, जहां उनकी परेशानी और स्ट्रेस को काउंसलिंग के तहत हैंडल किया जाता है।

पैरेंट्स ऐसे करें हैंडल

प्रेशराइज ना करें: फेस्टिवल होने के बावजूद पैरेंट्स बच्चों को पढ़ाई के लिए बहुत ज्यादा प्रेशराइज ना करें। उन्हें घंटे भर के लिए एक्टीविटी में जरूर पार्टीसिपेट कराएं।

जरूर दें ब्रेक : स्टडी के दौरान ब्रेक जरूर लें। बिना ब्रेक लिए की गई स्टडी स्ट्रेस और प्रेशर को दावत देती है। बच्चों के शेड्युल पर इन बातों का जरूर ध्यान रखें।

हाई एक्सपेक्टेशन ना दिखाएं: पैरेंट्स बच्चों को इस वक्त ज्यादा मा‌र्क्स लाने या किसी शर्त की बात ना रखें। खासकर एग्जाम के दिन ताकि वे बोझिल होकर एग्जाम ना दें।

एग्जाम मंत्रा का करें उपयोग: मैं अपना बेस्ट दूंगा या दूंगी, ये मंत्रा बच्चों को जरूर बोलवाएं, ताकि उनका मोरल सपोर्ट बढ़े।

क्या कहते हैं साइकियाट्रिस्ट

डॉ। मसरुर जहां, साइकियाट्रिस्ट, रिनपास ने कहा कि एग्जाम की तैयारी का समय अब खत्म हो चुका है। अब एग्जाम देने की बारी है। हर साल एग्जाम आता है इसे लेकर नर्वस बिल्कुल नहीं होना है। पैरेंट्स भी फेस्टिवल सिजन में बच्चों को बिना स्ट्रेस दिए स्मार्टली टैकल करें, ताकि एग्जाम बच्चों को बोझ ना लगे।

क्या कहते हैं टीचर

आरके साहू, टीचर, डीएवी गांधीनगर कहते हैं कि प्री बोर्ड के वक्त से ही बच्चों की काउंसलिंग शुरू हो जाती है, ताकि वे बोल्ड और कॉन्फीडेंट होकर एग्जाम दें। सीबीएसई नॉ‌र्म्स के हिसाब से भी हर फैकल्टी की ओर से स्टूडेंट्स की काउंसलिंग की गई है और एग्जाम के दौरान भी उनसे संपर्क रखा जाएगा।