RANCHI: डीएवी हेहल व हटिया स्थित ग्रीनलैंड पब्लिक स्कूल सेंटर से एक-एक परीक्षार्थी कदाचार के आरोप में एक्सपेल्ड कर दिए गए। दोनों मोबाइल, चिप और इयर फोन के जरिए परीक्षा लिख रहे थे। गौरतलब हो कि जेएसएससी की ओर से आयोजित पोस्ट ग्रेजुएट टीचर के लिए तीन विषयों हिस्ट्री, फिजिक्स, केमिस्ट्री के लिए परीक्षा हुई। सवाल सिलेबस के अंतर्गत पूछे गए। क्वेश्चन इजी होने से छात्रों को आंसर देने में आसानी हुई। रविवार को रांची के ख्भ् केंद्रों पर पीजीटी की परीक्षा ली गई। आवेदनों की स्क्रूटनी के बाद क्म् हजार क्ख्फ् परीक्षार्थियों को कॉल लेटर भेजा गया था। जेएसएससी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक 80 फीसदी परीक्षार्थी शामिल हुए हैं।

दो पाली में परीक्षा

पीजीटी की परीक्षा दो पाली में आयोजित हुई। फ‌र्स्ट सीटिंग में जेनरल स्टडीज, रीजनिंग व मैथ्स से रिलेटेड सवाल पूछे गए। फ‌र्स्ट सीटिंग की परीक्षा क्00 अंकों की थी। फ‌र्स्ट सीटिंग की परीक्षा सुबह के क्0 बजे से क् बजे तक ली गई। सेकेंड शिफ्ट की परीक्षा दोपहर दो बजे से शाम के पांच बजे तक ली गई। संबंधित विषय से क्भ्0 अंकों के ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चन पूछे गए थे। हिस्ट्री में के परीक्षार्थियों ने बताया कि सिलेबस के अनुसार व‌र्ल्ड हिस्ट्री से कम प्रश्न पूछे गए। कुछ सवालों में छात्रों ने त्रृटियां भी बताया है।

झारखंड से भी सवाल

पीजीटी की परीक्षा में झारखंड से जुड़े सवाल भी पूछे गए। सबसे ऊंचा शिखर, बेतला नेशनल पार्क, क्8भ्7 की क्रांति आदि से संबंधित क्वेश्चन पूछे गए थे।

बॉक्स।

दो दिन में आंसर की, डेढ़ माह में रिजल्ट

जेएसएससी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक दो दिनों के अंदर पीजीटी एग्जाम की आंसर की जारी की जाएगी। इसके बाद परीक्षार्थियों से आपत्ति मांगी जाएगी। एक्सपर्ट द्वारा क्वेश्चन और आंसर कामिलान करने के बाद फाइनल आंसर की जारी होगी। जेएसएससी के अधिकारियों ने बताया कि डेढ़ महीने के अंदर रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।

हाई होगा कट ऑफ

पीजीटी की परीक्षा में जिस तरह के इजी सवाल पूछे गए हैं, उससे कट ऑफ हाई होने की संभावना है। परीक्षा में 70 से 80 फीसदी कट ऑफ होने की संभावना है। पीजीटी में सिर्फ एक ही परीक्षा है। रिजल्ट के बाद सीधे तौर पर छात्रों का सेलेक्शन होगा। माइनस मार्किग नहीं होने के कारण भी छात्रों ने क्वेश्चन का क्00 परसेंट अटेंप्ट लिया है।

क्या कहते हैं परीक्षार्थी

क्वेश्चन आसान पूछे गए थे। सिलेबस के अनुसार व‌र्ल्ड हिस्ट्री से कम सवाल पूछे गए थे।

शिशुपाल

क्वेश्चन ठीक थे, इसलिए कट ऑफ अधिक होने की संभावना है। माइनस मार्किग भी नहीं थी, सो क्00 परसेंट क्वेश्चन का अटेंप्ट लिया हूं।

अविनाश

जेएसएससी की ओर से ली गई परीक्षाओं में इस बार के सवाल सबसे आसान थे। कुछ प्रश्न जटिल भी थे, उसे समझ पाना भी कठिन था।

चंदन शुक्ला