- मूल्यांकन कार्य में एबसेंट हैं परीक्षक

- फ्राइडे से शुरू हो चुका है मूल्यांकन का काम

आगरा। यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन का काम स्टार्ट हो चुका है। यह काम बहुत ही सुस्त गति से चल रहा है। इसके पीछे परीक्षकों की कमी को बताया जा रहा है। जिस दिन से मूल्यांकन कार्य शुरू हुआ है, उसी दिन से यहां परीक्षकों की कमी सामने आ रही है।

फ्राइडे से शुरू हुआ मूल्यांकन

यूपी बोर्ड की कॉपियों की चैकिंग फ्राइडे से स्टार्ट हुई है। यह काम जीआईसी में चल रहा है। मूल्यांकन कार्य से पहले शिक्षकों को ट्रेनिंग दी गई थी कि किस तरह उन्हें कॉपियां चेक करनी हैं। किन-किन बातों का ध्यान रखना है।

छुट्टियों ने बढ़ीं मुश्किलें

फ्राइडे के बाद सैटरडे और संडे ने परीक्षकों की गिनती काफी कम रही। इसके बाद 14 अप्रैल की छुट्टी ने रही-सही कसर भी पूरी कर दी। इन दिनों में 40 से 60 प्रतिशत परीक्षक गायब रहे। उनकी कोई खबर नहीं थी। आज भी यह स्थिति है कि जितने आते हैं, उतने ही छुट्टी पर रहते हैं।

गिर सकती है गाज

बोर्ड परीक्षकों की एबसेंट को लेकर काफी गंभीर है। बोर्ड के पास यह सूचना पहुंच गई है। बोर्ड का कहना है कि आने वाले दो-तीन दिनों में भी अगर परीक्षकों की संख्या पूरी नहीं हुई तो गंभीर कदम उठाने होंगे। जानकारों का कहना है कि जिन परीक्षकों की एबसेंट ज्यादा दिखेगी, उन्हें डिबार तक किया जा सकता है।