मालूम हो कि फ्लाईओवर के शुरू होने के बाद कंकड़बाग से गांधी मैदान जाना आसान हो गया है। कहा कि पटना में फ्लाईओवरों को आपस में जोड़ा जा रहा है। पथ निर्माण विभाग मंथन कर रहा है कि मीठापुर आरओबी के स्टेशन रोड होते हुए चिरैयाटाड़ पुल से जोड़े जाने वाले हिस्से का एक आर्म फ्रेजर रोड में गिराया जाए। समारोह में डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव भी मौजूद थे.
पटना के बिना सब अधूरा
सीएम ने कहा कि एक्जीविशन रोड फ्लाईओवर बनाए जाने का निर्णय इस रोड की ट्रैफिक सघनता को देख कर लिया गया था। स्मार्ट सिटी का प्रसंग लेते हुए कहा कि पांच साल में एक शहर को स्मार्ट बनाए जाने पर पांच सौ करोड़ रुपए खर्च होंगे। पता नहीं इस राशि से कोई शहर स्मार्ट कैसे बन जाएगा। वैसे पटना के बिना सब अधूरा है.
आखिर यह कैसा न्याय
सीएम ने स्मार्ट सिटी के संबंध में कहा कि पहले सौ स्मार्ट सिटी की बात थी और 20 ही बना रहे हैं। सौ में हमारे तीन शहर शामिल थे। यह कैसा न्याय है कि यूपी से 73 व बिहार से 31 सांसद एनडीए के लिए जीते और इन राज्यों सहित झारखंड में भी एक भी शहर स्मार्ट सिटी के लिए नहीं चुना गया है। मेट्रो का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने मेट्रो प्रोजेक्ट पर रोक की बात नहीं की। मेरा कहना है कि पटना के पुराने इलाके, जहां सभ्यता के पुरातात्विक अवशेष मौजूद होने की संभावना है, में अंडरग्राउंड ट्रैक के बजाय ओवरहेड ट्रैक बनाया जाए, ताकि बिहार की सभ्यता के साक्ष्य सुरक्षित रहें। नीतीश ने चुटकी लेते हुए कहा कि शहर में कितना काम हुआ पर काम को इज्जत कहीं दी शहरवालों ने, गांव वालों ने तो दे दिया। शहर वाले भूल जाते हैं। वैसे आज नहीं तो कल आप सोचिएगा जरूर.
मालूम हो कि फ्लाईओवर के शुरू होने के बाद कंकड़बाग से गांधी मैदान जाना आसान हो गया है। कहा कि पटना में फ्लाईओवरों को आपस में जोड़ा जा रहा है। पथ निर्माण विभाग मंथन कर रहा है कि मीठापुर आरओबी के स्टेशन रोड होते हुए चिरैयाटाड़ पुल से जोड़े जाने वाले हिस्से का एक आर्म फ्रेजर रोड में गिराया जाए। समारोह में डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव भी मौजूद थे.
सीएम ने कहा कि एक्जीविशन रोड फ्लाईओवर बनाए जाने का निर्णय इस रोड की ट्रैफिक सघनता को देख कर लिया गया था। स्मार्ट सिटी का प्रसंग लेते हुए कहा कि पांच साल में एक शहर को स्मार्ट बनाए जाने पर पांच सौ करोड़ रुपए खर्च होंगे। पता नहीं इस राशि से कोई शहर स्मार्ट कैसे बन जाएगा। वैसे पटना के बिना सब अधूरा है।
आखिर यह कैसा न्याय
सीएम ने स्मार्ट सिटी के संबंध में कहा कि पहले सौ स्मार्ट सिटी की बात थी और 20 ही बना रहे हैं। सौ में हमारे तीन शहर शामिल थे। यह कैसा न्याय है कि यूपी से 73 व बिहार से 31 सांसद एनडीए के लिए जीते और इन राज्यों सहित झारखंड में भी एक भी शहर स्मार्ट सिटी के लिए नहीं चुना गया है। मेट्रो का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने मेट्रो प्रोजेक्ट पर रोक की बात नहीं की। मेरा कहना है कि पटना के पुराने इलाके, जहां सभ्यता के पुरातात्विक अवशेष मौजूद होने की संभावना है, में अंडरग्राउंड ट्रैक के बजाय ओवरहेड ट्रैक बनाया जाए, ताकि बिहार की सभ्यता के साक्ष्य सुरक्षित रहें। नीतीश ने चुटकी लेते हुए कहा कि शहर में कितना काम हुआ पर काम को इज्जत कहीं दी शहरवालों ने, गांव वालों ने तो दे दिया। शहर वाले भूल जाते हैं। वैसे आज नहीं तो कल आप सोचिएगा जरूर।
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