-इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर के साथ अभद्रता के आरोप में पहले निलंबन फिर हुआ था निष्कासन

-छात्रों के बेमियादी अनशन के बाद झुके दो कॉलेजों के प्रशासन ने जूस पिलाकर तुड़वाया अनशन

ALLAHABAD: ऐसे समय जब इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और उससे जुड़े डिग्री कॉलेजेस में परीक्षाओं की शुरुआत होने वाली है। तब लगातार छात्र आन्दोलनों ने प्रशासनिक तंत्र के नाक में दम कर दिया था। कुछ दिनों पहले तक इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और सीएमपी डिग्री कॉलेज में छात्रों की धमक देखने को मिल थी। वहीं वर्तमान में इलाहाबाद डिग्री कॉलेज और यूइंग क्रिश्चियन कॉलेज में छात्रों का जोरदार प्रोटेस्ट देखने को मिला। बहरहाल, कॉलेज प्रशासन के लिए शुक्रवार का दिन राहत लेकर आया। जब तनातनी के बीच एडीसी और ईसीसी में छात्रों ने बेमियादी अनशन समाप्त कर दिया।

सात छात्रों का हुआ था निष्कासन

यूइंग क्रिश्चियन कॉलेज में 04 दिन से चल रहे छात्रों का अनशन प्राचार्य डॉ। मर्विन मैसी और चीफ प्रॉक्टर डॉ। विवेक भदोरिया ने जूस पिलाकर खत्म करवाया। अनशन में शामिल छात्र सातों छात्रों का निष्कासन वापस लिए जाने की मांग पूरी होने पर ही माने। इसकी घोषणा होने के बाद छात्रों ने अबीर गुलाल उड़ाकर जश्न मनाया। इसके बाद अनशन में शामिल तीनों छात्रों में छात्रसंघ अध्यक्ष आकाश त्रिपाठी, अव्यक्त कुमार और नीतीश गुप्ता ने खुशी खुशी अनशन समाप्त कर दिया। इस अवसर पर रजिस्ट्रार डॉ। एडीएम डेविड, एसोसिएट प्राक्टर डॉ। उमेश प्रताप सिंह, डॉ। राजेश कुमार गर्ग, डॉ। जस्टिन मसीह, डॉ। शीतला प्रसाद सहित महाविद्यालय के अनेक शिक्षक व शिक्षिकाएं उपस्थित थे।

वीसी के बॉयकाट के बाद किया था हंगामा

बता दें कि बीते 24 जनवरी को कॉलेज के छात्रों ने एक कार्यक्रम में आए इविवि कुलपति का बॉयकाट कर दिया था। कॉलेज प्रशासन ने वीसी के साथ अभद्रता की बात कहते हुए उत्कर्ष केशरवानी, उदभव सिंह, रोहित सोनी, अभय सिंह, शिवम राय, अम्बरेश कुमार और अनूप तिवारी को निष्कासित कर दिया था। हालांकि, शुक्रवार को भी अनशनरत छात्रों के साथ अनेक छात्रों ने महाविद्यालय के वार्षिक क्रीड़ा समारोह में व्यवधान पैदा कर दिया। जिसके कारण वार्षिक क्रीड़ा समारोह को स्थगित करना पड़ गया।

क्षमा याचना के बाद हुए बरी

प्राचार्य डॉ। मर्विन मैसी ने बताया कि छात्रों की तीनों मांगों पर महाविद्यालय प्रशासन ने शिक्षकों की आम सभा में निर्णय कर छात्रों को पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि फीस और हॉस्टल के मुद्दे पर छात्रों की कोई भी मांग मानना संभव नहीं है। महाविद्यालय से निष्कासित 07 छात्रों की निष्कासन वापसी पर महाविद्यालय तभी विचार करेगा जब छात्र अपना माफीनामा प्राचार्य को सौंपें। शुक्रवार को पुलिस प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद सातों निष्कासित छात्रों ने अपना माफीनामा प्राचार्य को सौंपा। उनके माफीनामे पर प्राचार्य ने शिक्षकों की आम सभा में विचार किया और सातों छात्रों का निष्कासन इस शर्त के साथ वापस लिया कि भविष्य में वे महाविद्यालय में किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता में सम्मिलित नहीं होने का शपथ पत्र प्रस्तुत करेंगे।

अड़े थे पूर्व अध्यक्ष, तब जाकर माने

उधर, इलाहाबाद डिग्री कॉलेज में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष प्रफुल्ल देव शुक्ला के नेतृत्व में 08 सूत्रीय मांगों को लेकर चल रहे आमरण अनशन को प्राचार्य ने लिखित आश्वासन देकर खत्म करवा दिया। अनशनरत छात्रों में प्रफुल्ल देव शुक्ला, आयुष मिश्रा, रोहित पटेल और शुभम मिश्रा को जूस पिलाकर अनशन समाप्त करवाया गया। छात्रों ने सीसीटीवी कैमरा, शौचालय, रंगाई-पुताई, महाविद्यालय की जमीन से अतिक्रमण हटवाने, कक्षाओं का निर्माण, साइकिल स्टैंड का छेत्रफल बढ़ाने आदि मांगों को लेकर मंगलवार से अनशन शुरू कर दिया था। प्रफुल्ल के अनुसार छात्रों ने प्राचार्य एवं कीडगंज थाना प्रभारी द्वारा लगातार मिल रही धमकियों से नाराज होकर क्रमिक अनशन को बेमियादी अनशन में बदल दिया था।