फेसबुक देगी एंटी-वायरस सर्विसेज

दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने इंटरनेट सिक्योरिटी फर्म कीस्पार्की के साथ अपने यूजर्स को एंटी-मालवेयर सर्विसेज देने के लिए करार किया है। दरअसल फेसबुक इस करार की मदद से अपने यूजर्स को उनके सिस्टम में विद्यमान मालवेयर्स को डिटेक्ट और क्लीन करने में मदद करना चाहती है। मालवेयर के तहत सभी तरह के कम्यूटर वायरसों, वॉर्म्स, ट्रोजन हॉसेस, रेनसम वेयर, स्पाईवेयर, एडवेयर और अन्य खतरनाक वायरस आते हैं।

कीस्पार्की से क्लीन होगा आपका कंम्प्यूटर

फेसबुक ने एक ब्लॉग लिखकर बताया है कि वह पिछले एक साल से अपने यूजर्स को एंटी-वायरस सुविधाएं देने के लिए ईएसईट, एफ-सिक्योर और ट्रेंड माइक्रो के साथ काम कर रही है। अब कीस्पार्की ने अपनी स्पेसिफिक मालवेयर क्लीनिंग तकनीक लेकर फेसबुक के साथ करार किया है। इससे फेसबुक यूजर्स को एक्सटेंडेड सिक्योर इंटरनेट एक्सपिरियंस मिल पाएगा। इसके साथ ही बताया गया है कि कीस्पार्की ने पिछले तीन महीनों में लगभग 2.6 लाख फेसबुक यूजर्स को मालवेयर्स से बचाया है।

बैकग्राउंड टूल करता है चेकिंग

ब्लॉग पोस्ट कहती है कि जब आप फेसबुक कर रहे होते हैं तो फेसबुक आपके सिस्टम के बैकग्राउंड में वायरसों की खोज कर रहा होता है। तकनीकी भाषा में इसे वायरस स्केनिंग कहते हैं। स्केनिंग समाप्त होने पर फेसबुक आपको एक नोटिफिकेशन भेजता है जिसमें आपके सिस्टम में मौजूद वायरसों का जिक्र होता है। अगर आपको याद हो तो कुछ समय पहले फेसबुक के किसी स्ट्रेंज से लिंक पर क्लिक करते ही आपकी फ्रेंड लिस्ट में शामिल सभी लोगों के पास वह लिंक पहुंच जाता था। फेसबुक ऐसे मालवेयर अटैक्स से काफी समय से प्रभावित रही है और अब इस मुद्दे पर ठोस कदम उठाती दिख रही है।

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