इंट्रस्टिंग पेपर देख खिल उठे चेहरे
- ऑनलाइन व काउंटर रजिस्ट्रेशन कराने वाले एप्लीकेंट का कराया गया एग्जाम
- दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा सत्यकाम इंटरनेशनल में कंडक्ट कराया गया एग्जाम।
- आईआईटी एग्जाम को लेकर स्टूडेंट्स के साथ-साथ पैरेंट्स भी दिखे उत्साहित
मेरठ। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा आयोजित इंडियन इनटेलिजेंस टेस्ट (आईआईटी)का एग्जाम रविवार को लोहियानगर स्थित सत्यकाम इंटरनेशनल में सम्पन्न कराया गया। ऑनलाइन एवं काउंटर रजिस्ट्रेशन कराने वाले एप्लीकेंट के लिए यह एग्जाम कराया गया। एग्जाम में कई छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। इंडियन इनटेलिजेंस टेस्ट के लिए बच्चे काफी उत्साहित दिखे। एग्जाम देते हुए बच्चों का कहना था कि स्कूल में जीके का एग्जाम ओएमआर शीट पर ही होता है, लेकिन ये हमारे लिए बिल्कुल डिफरेंट हैं।
बढ़ती रहे हमारी नॉलेज
इस दौरान कई स्टूडेंट्स का कहना था कि कंप्टीशन में ओएमआर शीट पर ही एग्जाम होता है इस एग्जाम को देने के बाद हमें काफी नॉलेज मिली है कि किस तरह से कम्पीटिशन का एग्जाम होता है। उसका पैटर्न क्या होता है। आगे भी ऐसे एग्जाम आयोजित होने चाहिए। ताकि हमारा नॉलेज बढ़ता रहे। आईआईटी ने हमें कंप्टीशन में आने वाले क्वेश्चन के पैटर्न पर एग्जाम कराकर गाइड किया है।
पहली बार दिया एप्टीटयूड टेस्ट
आईआईटी के सभी क्वेचन बहुविकल्पीय थे। पहले पार्ट में बहुविकल्पीय बुद्धिमता परीक्षण से संबंधित प्रश्न थे। दूसरा पेपर एप्टीट्यूड टेस्ट पर फोकस था। इस पार्ट में तार्किक परीक्षण, सामान्य ज्ञान, भौतिक विज्ञान, रासायन विज्ञान, गणित व जीव विज्ञान से सवाल पूछे गए थे। स्टूडेंट्स पेपर में एप्टीटयूड टेस्ट के बारे में काफी उत्सासित दिखे।
इंटरमीडिएट तक के छात्रों ने लिया हिस्सा
एग्जाम में क्लास पांचवीं से इंटर तक के बच्चों ने हिस्सा लिया। सभी बच्चे परीक्षा को लेकर काफी उत्साहित रहे। एग्जामनेशन में स्टूडेंट्स को किसी भी तरह के गैजेट्स की अनुमति नहीं थी। लोहिया नगर स्थित एग्जामनेशन सेंटर बने सत्यकॉम इंटरनेशनल स्कूल की टीचर अवनिश जैन, सचिन, पूजा, मनीष मित्तल, सीमा पांडे ने बच्चों को गाइड किया।
पहली बार मिला अनुभव
छोटी क्लास में पढ़ने वाले बच्चे ओएमआर शीट के बारे में जानते भी नहीं थे.उन्होंने इस टेस्ट की बदौलत उसको फिलअप करना सीख लिया। कई स्टूडेंट्स ने ओएमआर शीट भरने में गलती भी की, लेकिन उनको एक अनुभव हो गया कि आगे आने वाले समय में कंप्टीशन में किस तरह भागीदारी करनी हैं। आंसर शीट को कैसे भरा जाएगा।
क्या कहते हैं स्टूडेंट्स
टेस्ट काफी अच्छा था। अब मालूम हुआ है कि हमें अपने लेवल में कहां सुधार लाने की आवश्यकता है। टेस्ट से हमें अपने बारे में नॉलेज मिलती है।
अंसर शुक्ला, स्टूडेंट, एट क्लास
मैंने इस टेस्ट को देने के बाद खुद में काफी कांफीडेंस देखा है। कुछ क्वेश्चन ईजी तो कुछ टफ थे, टेस्ट देने के बाद पता लगा कि हमारा लेवल अभी कहां है।
निष्ठा जैन, स्टूडेंट, नाइन क्लास
मैंने इस टेस्ट के लिए बहुत तैयारी की थी, जिससे मेरा मैथ्स इंप्रूव हुआ है। आईआईटी से हमें अपने करियर के साथ ही अपने लेवल की भी नॉलेज मिलती है।
राहुल, स्टूडेंट, इंटर क्लास
मैं इस टेस्ट को देने के लिए शामली से आया हूं। टेस्ट के क्वेश्चन और सेंटर की व्यवस्था देखकर बहुत ही अच्छा लगा। टेस्ट देने से बहुत नॉलेज मिली है।
अक्ष,स्टूडेंट सेवन क्लास
मुझे टेस्ट देने का काफी क्रेज था। मैंने इस टेस्ट को दिया तो नॉलेज मिली कि मेरा मैथ्स, रीजनिंग, जीके और साइंस लेवल कहां है और कितना इंप्रूव करना है।
जागृति, स्टूडेंट, टेंथ क्लास
मुझे टेस्ट देना बहुत ही अच्छा लगा, सवाल भी बहुत ही नॉलेज वाले आए थे। इससे मुझे पता लगा कि किस तरह से एंट्रेंस टेस्ट होते हैं।
धुरु, स्टूडेंट, सिक्स क्लास
टेस्ट देने में मुझे बहुत अच्छा लगा।
मैथ्स के सवालों व रिजनिंग में में भी मजा आया।
उत्तम, स्टूडेंट, स्टूडेंट, फिफ्थ क्लास
टेस्ट मैनें पहले भी दिया है, इस तरह के टेस्ट देने से हमारी नॉलेज बढ़ती है। इसलिए मुझे ये टेस्ट देने में इंट्रस्ट रहता है।
इंदु, क्लास, इलेवन
मैनें ये टेस्ट पहली बार दिया है, टेस्ट देने का मेरा पहला एक्सपीरियंस अच्छा रहा। टेस्ट देने के बाद पता लगा कि किस तरह से हम नॉलेज गेन कर सकते है।
मनसद, क्लास, एट
मुझे इससे पहले भी टेस्ट में भाग लेने का मौका मिला था, उस समय मैनें कांसलेशन प्राइज जीता था। इस बार सिटी लेवल पर जीतूंगी ये आशा है।
प्रियंका, क्लास टेंथ
टेस्ट में रिजनिंग बहुत इंट्रस्टिंग थी, मुझे हर सवाल को सॉल्व करने में बहुत मजा आया। वहीं जनरल नॉलेज के क्वेश्चन भी बहुत अच्छे थे।
ओम आर्यन, क्लास नाइन
मैनें ये टेस्ट पहली बार दिया है, मुझे बहुत अच्छा लगा, सवाल भी बहुत आसान आए थे। मुझे पता लगा मेरा लेवल कहां हैं।
कशिश, क्लास फिफ्थ
क्या कहते है टीचर्स
यह टेस्ट वाकई बहुत अच्छा है। करियर में नॉलेज के लिए भी एक बेस्ट ऑप्शन के रूप में आईआईटी को चुना जा सकता है।
रश्मि मिश्रा, प्रिंसिपल, सत्यकाम इंटरनेशनल
पेपर वाकई बहुत अच्छा था। बच्चों में इस एग्जाम का काफी क्रेज दिखा। इससे उनको एजूकेशन लेवल का पता लगता है। साथ ही यह भी पता लगता है कि कहां कमी है और कहां इंप्रूव करना है।
अवनिश जैन, टीचर
आईआईटी का क्रेज स्टूडेंट के बीच काफी था। इस तरह का एग्जाम हमेशा कराया जाना चाहिए ताकि अनुभव होता रहे। एग्जाम का पेपर कंप्टीशन की तैयारी करने वालों के लिए बेहतर है। वैसे भी कंप्टीशन में ओएमआर शीट के माध्यम से एग्जाम होता है।
सचिन, टीचर
आइआइटी का यह एग्जाम स्टूडेंट्स के लिए बहुत फायदेमंद रहेगा। इससे बच्चों में एजुकेशन लेवल बढ़ेगा.साथ ही उन्हें अपनी कमी भी पता चलेगी। इसके अलावा कंपीटिशन की तैयारी के लिए यह एग्जाम गाइड का काम करेगा।
पूजा, टीचर
बच्चों के लिए आईआईटी बेहतर कॅरियर गाइड टेस्ट है। स्कूलों में भी एग्जाम अब ओएमआर सीट पर ही होना चाहिए।
मनीषा मित्तल, टीचर
एग्जाम को लेकर बच्चों में काफी उत्साह देखने को मिला। एग्जाम वाकई बहुत अच्छा था, इससे पता लगा कि बच्चों का लेवल अभी कहां है और कहां इंप्रूव करना है।
सीमा पांडे, कोर्डिनेटर
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पेरेंट्स वर्जन
मेरे बेटे व बेटी दोनों ने ही ये एग्जाम दिया है। एग्जाम सेंटर में व्यवस्थाएं बहुत अच्छी थी। एग्जाम भी अच्छा कराया गया है।
अकरम, बिजनौर
मेरी बेटी ने टेस्ट दिया है, उसे एग्जाम का बहुत ही क्रेज था। कई दिनों से तैयारियों में जुटी हुई थी।
माधवी गर्ग, दिल्ली रोड
मेरे बेटे ने आईआईटी का टेस्ट दिया है, उसने पहले भी इस टेस्ट में प्राइज जीता हुआ है। आशा है इस बार भी विनर होगा।
शमीम, मुजफ्फरनगर