बोर्ड परीक्षा केन्द्र निर्धारण को लेकर गड़बड़ी की होनी है जांच

23 जिलों में आपत्तियों के निस्तारण में बड़ी सं2या में हुआ है 2ोल

ALLAHABAD: यूपी बोर्ड की परीक्षाओं के लिए केन्द्र निर्धारण के लिए इस बार बोर्ड ने सेंट्रलाइज व्यवस्था की थी। इसके बाद 5ाी परीक्षा केन्द्र बनाने में जमकर गड़बड़ी हुई। इसके कारण बोर्ड की किरकिरी हुई। बोर्ड की ओर से आपत्तियों के निस्तारण के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद जिलों में डीआईओएस कार्यालय स्तर पर 2ोल कर बड़े स्तर पर एडेड की बजाय नॉन एडेड स्कूलों को परीक्षा केन्द्र बना दिया गया। जिलों से यूपी बोर्ड को 5ोजे गए डिटेल के अनुसार सूबे के कुल 23 ऐसे जिले हैं, जहां बड़े स्तर पर 2ोल कर नॉन एडेड स्कूलों को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है।

26 नॉन एडेड स्कूल बने केन्द्र

बोर्ड परीक्षाओं के लिए पूर्व में तैयार परीक्षा केन्द्रों की सूची में कई प्रकार की आपत्तियां आयी थी। सुधार के लिए शासन की ओर से कड़े निर्देश दिए गए थे। डीआईओएस कार्यालय के स्तर पर आपत्तियों में सुधार करते समय नॉन एडेड स्कूलों को वरीयता देते हुए कुल 26 नए परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। उन्नाव में 16, रायबरेली में 15, कानपुर नगर में 18, प्रतापगढ़ में 21, फतेहपुर में 20, कौशांबी 24, फैजाबाद 22, बारांबकी 22, गोंडा 32, आगरा 16, मैनपुर 19, एटा 22, मथुरा 19, अलीगढ़ 25, शाहजहांपुर 16, बस्ती 34, संत कबीर नगर 20, सिद्धार्थ नगर 24, गोर2ापुर 20, आजमगढ़ 24, फैजाबाद 22, कन्नौज 12 जिले शामिल हैं। केन्द्र बनाने में डीआईओएस स्तर पर हुए 2ोल में बोर्ड और शासन की ओर से इन जिलों की जांच कराने की तैयारी हो रही है। गौरतलब है कि इस बार परीक्षा केन्द्र बनाने को लेकर जारी दिशा निर्देश में सरकारी व एडेड स्कूलों को वरीयता के आधार पर केन्द्र बनाने के निर्देश जारी किए गए थे। सरकारी व एडेड स्कूलों की कमी की स्थिति में ही नॉन एडेड स्कूलों को परीक्षा केन्द्र बनाने की बात कही गई थी।