- ईओयू की कार्रवाई, दो लोगों को किया गया गिरफ्तार

- ऑनलाइन आवेदन व फर्जी ज्वाइंनिग लेटर देते थे

- अपराधियों का खुलासा-दो बैंक में हैं तीस लाख व सवा लाख रुपए

PATNA: इकोनॉमिक अफेंस यूनिट (ईओयू) ने फर्जी विज्ञापन निकालकर नौकरी देने वाले एक बड़े गिरोह का खुलासा किया है। नौकरी के नाम पर करोड़ों की उगाही करने वाले इस गिरोह के दो लोगों को पुलिस ने अरेस्ट भी कर लिया है। पूछताक्ष में इन लोगों ने जो खुलासा किया है वह चौकाने वाले हैं। पकड़े गये अपराधियों ने बताया कि जिन लोगों से शुल्क के तौर पर जो रुपए वसूले गए थे, वो भारत सर्विसेज के नाम पर पंजाब नेशनल बैंक के बुलंद शहर शाखा में 30 लाख और पटना के सगुना मोड़ के कैनरा बैंक के ब्रांच में सवा लाख रुपए जमा है। इसकी जानकारी आईजी स्पेशल ब्रांच जीएस गंगवार ने दी। उन्होंने बताया कि बीएसएनएल में नौकरी के नाम पर वेबसाइट www.bssindia.co.in के माध्यम से आन लाइन आवेदन मांगा जा रहा था। जिसका कोई संबंध बीएसएनएल से नहीं था।

मई में दर्ज हुआ था केस

इस जांच के दौरान पता चला कि रुकनपुरा का धनंजय कुमार सिंह एक गिरोह बनाकर यह काम कर रहा है। जो दानापुर बिहटा सहित शहर के कई हिस्सों में आफिस खोल कर काम कर रहे हैं। कार्रवाई करते हुए धनंजय कुमार सिंह उर्फ दिनेश कुमार मुर्मू उर्फ दिनेश कुमार को गिरफ्तार किया गया। वह गोपालपुर जैनामोड़ थाना बोकारो, झारखंड का रहने वाला है। इसके अलावा उसके सहयोगी भरत कुमार उर्फ राज गुपता वार्ड नम्बर क्क् कोर्ट बाजार सीतामढ़ी को भी अरेस्ट किया गया।

फर्जी ऑफिस में कराते थे ज्वाइनिंग

पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि वे फर्जी विज्ञापन देकर आवेदन आमंत्रित करते थे। आवेदन शुल्क भी लेते थे। उसके बाद ट्रेनिंग कम ज्वाइनिंग लेटर भी देते। बाद में तीन महीने बाद वे ज्वाइनिंग डेट देते हैं जिसमें कार्यालय का पता फर्जी होता है।

सेना का भी फर्जी पहचान पत्र

पुलिस ने काफी मात्रा में फर्जी पहचान पत्र बरामद किया है। इसके आलवा जाली स्टैंप, पेन कार्ड एटीएम कार्ड, चेक बुक, ड्राइविंग लाइसेंस सहित कई कागजात बरामद किये गये हैं। इसमें भारतीय सेना के भी फर्जी पहचान पत्र शामिल है।

पकड़े गये गिरोह के लोग कई सालों से यह काम कर रहे थे। फर्जी विज्ञापन निकालकर बेरोजगारों को ठगा जा रहा था। बीएसएनएल बिहार प्रमंडरल की ओर से एफआईआर दर्ज करवाई गई थी।

जी एस गंगवार, आईजी स्पेशल ब्रांच