रूबी होगी अहम कड़ी
आपको बताते चलें कि मामला खुलने के बाद एकेडमी के बड़े अफसरों के शामिल होने की बात सामने आने लगी है. इसके चलते रूबी इस खुलासे में अहम कड़ी साबित होने वाली है. मामले की गंभीरता को देखते हुए रूबी के पुलिस इजाजत के बिना शहर छोड़ने पर भी रोक लगा दी गई थी. फिलहाल एसआईटी टीम की एक सदस्य प्रियंका रावत ने शुक्रवार को रूबी को नोटिस जारी कर दिया है. इसके मुताबिक रूबी को इस मामले में अहम गवाह बनाया जा सकता है. रूबी सारे तथ्यों को भली भांति जानती हैं. ऐसे में जांच के दौरान उसके बयान काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं.

गार्ड और सुरक्षा इंचार्ज से भी पूछताछ
खबरों की मानें तो शुक्रवार को एसआईटी टीम अकादमी में पूछताछ करने पहुंची थी. टीम एसएसपी शाहजहां अंसारी और इंस्पेक्टर आईडी जोशी और मसूरी कोतवाल चंदन सिंह ने सुरक्षा अधिकारियों से जांच पड़ताल की. जांच टीम ने गार्ड देव सिंह और सुरक्षा इंचार्ज प्रेम सिंह से पूछताछ की. प्रेम सिंह ने यह बताया कि रूबी से 29 मार्च को जो पूछताछ हुई थी उसकी वीडियोग्राफी करवाई गई थी. इसके बाद रूबी को अकादमी से भेज दिया गया था. इसके अलावा अकादमी के जिस गार्ड रूम में रूबी ठहरी थी, वहां पर कुछ दस्तावेज मिले हैं जिन्हें टीम ने अपने कब्जे में ले लिया.

अधिकारियों पर लगाए आरोप
इससे पहले रूबी ने मीडिया के सामने आकर अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज किया था. रूबी ने कहा था कि अगर मैंने कुछ गलत किया है तो मुझे जेल भेज दें. मैंने सिर्फ इतना गलत किया है कि मैंने पांच लाख रुपये दिए. लेकिन मुझे इस मुद्दे पर चुप रहने के लिए अब पांच करोड़ रुपए ऑफर किया जा रहा है. रूबी ने सभी आरोप को झूठा बताते हुए लाल बहादुर अकादमी के प्रशासन पर ऊंगली उठाई है. उन्होंने एक उच्च अधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि मैं उनके माध्यम से अकादमी में आई थी और मैंने कुछ गलत नहीं किया है.

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