- मानसिक बीमारी से पीडि़त होते हैं ऐसी धमकियां देने वाले

- कई बार नेताओं से लेकर अफसरों को मिल चुकी है फर्जी धमकी

- पूरी फोर्स बेकार में होती है परेशान, कई दिनों की उड़ जाती है नींद

- बार-बार ऐसा करने वाले होते हैं बॉडी लाइन पर्सनाल्टी डिसऑर्डर के पेशेंट

कई बार मिली है ऐसी धमकी

1. अभी पटना जंक्शन को उड़ाने की धमकी की जांच चल ही रही है। बुधवार को ही एसपी सिक्योरिटी को एक नम्बर से मैसेज कर उसी दिन बम से उड़ाने की धमकी दी गई। दिन तो बीत गया, मगर उड़ाने वाले का अबतक पता नहीं चला। पुलिस की ओर से उस नम्बर का पता किया जा रहा है। इस मैसेज के आते ही सुबह से ही हड़कंप मच गया और पटना जंक्शन सहित शहर के कई खास एरिया की सिक्योरिटी और टाइट कर दी गई। संगीनों के साये में लोग भी परेशान दिखे। रात कट गई लेकिन कोई ब्लास्ट न हुआ और धमकी फर्जी निकल गई

2. एयरपोर्ट उड़ाने की धमकी कुछ दिनों पहले ही पटना पुलिस को डायल 100 पर फोन कर दी गई। शाम को करीब चार बजे फोन आते ही पुलिस के भी हाथ पैर फूल गए। आनन-फानन में एयरपोर्ट की सिक्योरिटी टाइट कर दी गई और कई फ्लाइटस की भी चेकिंग शुरू हो गई। छानबीन में पता चला कि फोन एक ऐसे आदमी ने किया था, जिसे दिल्ली जाना था अैार ट्रैफिक में फंसे होने के कारण उसकी फ्लाइट छूट सकती थी। ऐसे में उसने यह काम किया और फ्लाइट डिले करवा दी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था।

3. उज्जैर नाम का कांस्टेबल कुछ दिनों पहले ही सुर्खियों में था। उसने अपने रिश्तेदारों को फंसाने के लिए राजस्थान के डीजीपी को मैसेज कर धमकी दे डाली। 14 अगस्त को ही जयपुर सिटी उड़ाने की धमकी देने के साथ ही उसने यह भी बताया की वह लश्कर ए तैयबा से जुड़ा है। राजस्थान एटीएस ने जब पड़ताल की, तो लोकेशन सिगोड़ी का मिला। पटना पुलिस से संपर्क के बाद आखिरकार काफी मशक्कत के बाद उज्जैर को गिरफ्तार किया गया। वह जहानाबाद में पोस्टेड था। जब पूछताछ हुई तो उसने खुलासा किया कि अपने साढू को फंसाने के लिए उसने ऐसी साजिश रची थी।

4. कुछ दिनों पहले ही मिनिस्टिर लेसी सिंह के नाम पर 10 करोड़ की रंगदारी मांगी गई। इस बात की जानकारी मिलते ही जांच शुरू हुई, तो पता चला कि कौआकोल नवादा के किसी राजेन्द्र कुमार नाम के व्यक्ति ने फर्जी तरीके से पैड का इस्तेमाल कर रंगदारी मांगी। लेसी सिंह को भी इसकी जानकारी नहीं थी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा कई और पूर्व मंत्री और मंत्री से 10 लाख रुपए अकाउंट में डालने की मांग की गई। इस मामले में भी पकड़ जाने वाला व्यक्ति मधेपुरा का निकला और उसने भी अपने रिश्तेदार को फंसाने के लिए ही ऐसी चाल चली थी।

PATNA: यहां धमकियों का खेज जारी है। अबतक उड़ाने की या फिर बड़ी-बड़ी रंगदारी मांगने के मामले फर्जी ही निकले हैं। पटना जंक्शन को उड़ाने की बात भी फर्जी निकली। टाइम निकल गया, पर पुलिस की जांच जारी है। दूसरी ओर, अगर एक व्यक्ति बार बार ऐसी हरकतें करता है, तो वह मानसिक बीमारी की चपेट में है। साइकायट्रिस्ट की मानें, तो बार-बार अपने फायदे के लिए या फिर लोगों को परेशान करने या फिर अपनी बात बनवाने के लिए जो ऐसा करता है वह बाडी लाइन पर्सनाल्टी डिसऑर्डर से ग्रसित होता है। इसके अलावा कुछ लोग एन्टी सोशल परर्सनाल्टी की बीमारी से भी पीडि़त होते हैं। धमकी देने वालों की अगर डॉक्टरी जांच कराई, तो कई और बातें सामने आ सकती है। इस तरह की धमकियों के बाद पूरा प्रशासनिक अमला परेशान हो जाता है। पटना जंक्शन को उड़ाने की धमकी हो या फिर पटना एयरपोर्ट को उड़ाने की, इस बात के फैलते ही लोग पैनिक हो जाते हैं। धमकी देने वाले ऐसे लोगों को अपनी सजा का भी डर नहीं होता।

एक फर्जी सूचना पर लाखों खर्च

यह सोचने की बात है ऐसी फर्जी सूचनाओं के चक्कर में पुलिस को लाखों रुपए खर्च करने पड़ते हैं। जैसे ही यह सूचना आती है सारा पुलिस महकमा इस काम में जुट जाता है। इसमें लगने वाले आफिसर कोई काम नहीं कर पाते। मानो जबतक यह मामला क्लीयर नहीं होता वे इसकी काम में लगे रहे हैं। पटना जंक्शन पर ही बम स्क्वायड से लेकर डॉग स्क्वायड, रेल पुलिस सहित लोकल पुलिस लगी। क्00 से अधिक लोग लगे रहे। इन सबका के इतने दिन की सैलरी लाखों में होती है। अगर देखा जाये तो सिर्फ एक फर्जी सूचना पर लाखों खर्च हो जाते हैं।

इस तरह की हरकत करने वाले मानसिक बीमारी से पीर्डि़त होते हैं। उनका चेकअप करने पर पता किया जा सकता है कि आखिर उन्हें प्राब्लम क्या है, लेकिन बार बार ऐसा काम करना जो अचानक से हो। पल भर में वह ऐसी हरकत कर देगा जो आप एक्पेक्ट नहीं कर सकते। ऐसे लोगों को बाडी लाइन पर्सनाल्टी डिस्ऑर्डर के शिकार होते हैं, साथ ही मरीजों का काउंसिलिंग करने पर यह भी पता चला है कि वह एन्टी सोशल पर्सनाल्टी से तो ग्रसित नहीं। ऐसे लोगों से सचेत रहने की जरुरत है। इन्हें इजाज की आवश्यकता होती है।

डॉ राकेश कुमार, साइकियाट्रिस्ट