दयालबाग निवासी छात्र को शातिर युवक ने लगाया चूना

सर्विस सेंटर पर फोन दिखाने से खुली युवक की पोल

आगरा। ई-कॉमर्स वेबसाइट अब फ्रॉड का जरिया बन चुकी हैं। वेबसाइट पर शातिर असली फोटो डाल कर नकली माल बेच रहे हैं। न्यू आगरा निवासी एक छात्र ऐसे ही शातिर का निशाना बन गया। छात्र ने वेबसाइट को खंगाला तो उसमें एक आईफोन सेट बिक रहा था। जब छात्र ने विक्रेता से इसे खरीदा तो उसे चाइना मेड मोबाइल थमा दिया गया। ये राज तब खुला, जब छात्र ने मोबाइल में होने वाली प्रॉब्लम को ठीक कराने के लिए सर्विस सेंटर पहुंचा।

ई-कॉमर्स साइट पर देखा था फोटो

न्यू आगरा दयालबाग सरला बाग निवासी सुमित चाहर बीए तृतीय वर्ष का छात्र है। उसके पिता गोविंद सिंह मधुनगर डीपीएस कॉलेज में एकेडमिक इंचार्ज हैं। छात्र एक कॉल सेंटर में भी जॉब करता है। सुमित ने 17 मई को अपने मोबाइल से ई-कॉमर्स साइट खोलकर पुराना 'आईफोन एस5' देखा। दिए गए नंबर पर कॉल किया तो फोन उठाने वाले ने अपना नाम महफूज बताया। मोबाइल की कीमत 14 हजार बताई। मोल भाव करने पर 13500 रूपये में डील तय हो गई।

भगवान टॉकीज चौराहे पर हुई डील

17 मई को दोपहर दो बजे युवक ने उसे कॉल कर उसी रात साढ़े आठ बजे भगवान टॉकीज चौराहे पर रुपये लेकर आने को कहा। तय समय पर सुमित पहुंच गया। शातिर युवक बाइक से भगवान टॉकीज चौराहे पर पहुंचा। उसने मोबाइल का डिब्बा थमाया। शातिर ने खुद को कमला नगर निवासी बताया। पीडि़त के मुताबिक आईफोन का बॉक्स था। अंदर रखा मोबाइल भी आईफोन सरीखा दिखा। उसने दिए गए बिल से मोबाइल का आईईएमईआई नंबर देखा तो एक जैसा था। शातिर ने कहा कि कंपनी का ऑरिजनल मोबाइल है। खराब या नकली हो तो फोन कर देना, वापिस ले जाऊंगा।

एटीएम से किया पेमेंट

छात्र सुमित ने मोबाइल का पेमेंट एसबीआई के एटीएम से रूपये निकालकर किया। ये पेमेंट उसने संजय प्लेस स्थित एटीएम से निकाला। दोनों ने एक ही पेट्रोल पंप से पेट्रोल भरवाया। घर पहुंचकर छात्र ने मोबाइल चलाया तो वह हैंग करने लगा। मोबाइल की दो माह की वारंटी बची थी। 20 मई को वह मोबाइल को लेकर सर्विस सेंटर लेकर गया। वहां जैसे ही कंप्यूटर पर आईईएमईआई नंबर डाला तो राज खुल गया। सेंटर के कर्मचारी ने बताया कि यह गलत नंबर है। यह मोबाइल आईफोन नहीं है।

कस्टमर केयर पर भी नहीं मिली मदद

मोबाइल का बिल ई-कॉमर्स साइट का था। उसने वेबसाइट के कस्टमर केयर पर बात की तो बिल भी फर्जी निकला। जिस नंबर से शातिर युवक ने बात की थी, वह भी किसी और की आईडी से था। सुमित ने मीडिया हाउस में जाकर पता कराया तो पता चला कि मोबाइल असेंबल किया हुआ है। वहां पर उसकी कीमत तीन से चार हजार के बीच बताई। यह सुनते ही छात्र के होश उड़ गए। ई-कॉमर्स साइट पर बात की तो पता चला कि शातिर का एकाउंट अभी एक्टिव है, लेकिन वहां से उसे कोई मदद नहीं मिली।

सीसीटीवी में कैद है शातिर

पीडि़त ने थाना हरीपर्वत में मुकदमा दर्ज कराया है। पीडि़त का कहना था कि शातिर युवक ने जिस एटीएम से उससे रुपये लिए और जिस पेट्रोल पम्प से पेट्रोल डलवाया वहां के सीसीटीवी कैमरे में उसकी फोटो कैद हुई है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।