PATNA: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ भारत को एक बार फिर आर्थिक चोट देने के लिए बड़े प्लान पर काम कर रही है। नेपाल के रास्ते फेक करेंसी की बड़ी खेप भारतीय सीमा में खपाने के लिए के नेटवर्क खड़ा किया जा रहा है। सोमवार को पटना जंक्शन से गिरफ्तार मोतिउर्र रहमान ने नेपाल सीमा से लेकर बिहार में जाली नोटों के कनेक्शन और पाकिस्तान की मंशा का बड़ा खुलासा हुआ है।

-अर्थव्यवस्था पर चोट करने का प्लान

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ भारत में नोटबंदी के बाद छोटे कंसाइनमेंट में भारत की अर्थव्यवस्था पर चोट करने का प्लान किया है। इसके लिए दो सौ और पचास रुपए के नए नकली नोटों की बड़ी खेप बांग्लादेश और नेपाल के रास्ते भेजने की फिराक में है। सूत्रों की मानें तो दो सौ और पचास के नकली नोटों की कई बड़ी खेप छोटे-छोटे कंसाइनमेंट में भारत में खपाई जा चुकी है।

-नकली नोटों के सौदागर ने खोली जुबान

पटना में फरक्का एक्सप्रेस ट्रेन से गिरफ्तार नकली भारतीय नोट का सौदागर मोतिउर्र रहमान ने खुफिया राजस्व निदेशालय (डीआरआइ) की पूछताछ में जुबान खोलकर अफसरों को चौंका दिया। सूत्रों की मानें तो उसने डीआरआइ अधिकारियों के सामने पाकिस्तान की मंशा उजागर की है। मोतिउर्र ने बताया कि नोटबंदी के बाद जारी दो सौ और पचास के नए नोट अभी पूरी तरह प्रचलन में नहीं आए हैं। आइएसआइ ने इसी को अपना हथियार बनाकर दो सौ और पचास के नए नोट भारत में भेजने की साजिश रची है।

-खुफिया टारगेट पर आए नोट तस्कर

डीआरआइ की दिल्ली टीम ने विगत दिल्ली से आ रही फरक्का एक्सप्रेस ट्रेन से मोतिउर्र रहमान को पकड़ा था। वह मालदा के कलियाचक का रहने वाला है। काफी दिनों से वह खुफिया एजेंसी के निशाने पर था। सूत्रों की मानें तो उसे उस वक्त पकड़ा गया जब वह दिल्ली में नकली नोट की सप्लाई कर वापस मालदा लौट रहा था। मोतिउर्र रहमान ने स्वीकार किया कि वह दिल्ली में दो सौ व पचास के नकली नोटों की एक बड़ी खेप पहुंचाया है।

-नेपाल सीमा पर जारी किया गया अलर्ट

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की मंशा का एक बार फिर बड़ा खुलासा होने के बाद नेपाल सीमा पर सक्रिय खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी कर दिया है। सूत्रों की मानें तो खुफिया तंत्र को नेपाल के रास्ते भारत में जाली नोट की बड़ी खेप आने का अंदेशा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से इंडो-नेपाल बॉर्डर पर काम करने वाली खुफिया एजेंसियों को जाली नोट को लेकर विशेष रूप से अलर्ट रहने को कहा है। बिहार से लेकर उत्तर प्रदेश से लगी नेपाल सीमा पर पूर्व में भी जाली नोटों के बड़े सौदागर पकड़े गए हैं। बिहार में जाली नोटों के तस्करों की मजबूत जड़ के बारे में कई बड़े खुलासे भी हो चुके है। नेपाल सीमा का बढ़नी, सोनौली, नरकटियागंज के साथ दोदर्जन से अधिक ऐसे प्वाइंट हैं जहां से जाली नोटों की सप्लाई होने की आशंका है।