पुलिसकर्मी बताकर कई लोगों को बनाया शिकार

आगरा। नाई की मंडी पुलिस ने नॉर्थ ईदगाह कॉलोनी से एक नटवर लाल को दबोचा है। शातिर खुद को पुलिसकर्मी बताकर लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देता था। आरोपी कई लोगों से लाखों रुपये ले चुका है। आरोपी से सेना और पुलिस के फर्जी आई कार्ड बरामद हुए हैं। पुलिस आरोपी का आपराधिक इतिहास खंगाल रही है।

सिपाही बनकर मिलता था

पुलिस के मुताबिक आरोपी का नाम तेजपाल पुत्र भूदेव निवासी नगला दीपा आरेखेड़ा थाना मांट मथुरा है। आरोपी ने कई युवकों को अपने चंगुल में फांसा। वह लोगों से पुलिस का सिपाही व फौजी बनकर मिलता था।

मार्निग वॉक पर हुई मुलाकात

आरोपी तेजपाल ने बनारस निवासी मुलायम को शिकार बनाया। डेढ़ वर्ष पूर्व शातिर मथुरा से बीकॉम कर रहा था। मुलायम भी यहां एक दूसरे कॉलेज से पॉलीटेक्निक की पढ़ाई कर रहा था। मॉर्निग वॉक के दौरान दोनों की मुलाकात हुई। आरोपी ने मुलायम को झांसे में लेते हुए सेना में नौकरी दिलाने का सपना दिखा दिया। और खुद को पुलिसकर्मी बताया। मुलायम ने उसके बैंक एकाउंट में चार लाख रुपये जमा करवा दिए।

पीडि़त के रिश्तेदार को भी ठगा

आरोपी ने मुलायम के ताऊ के लड़के रामआसरे निवासी गाजीपुर को भी विद्युत विभाग में भर्ती कराने के नाम ठगा। उसने रामआसरे से दो लाख रुपये ले लिए। उसे नियुक्ति-पत्र के साथ बुलावा- पत्र भी दिया। 14 अगस्त 2014 मथुरा में ज्वॉइनिंग की तारीख तय कर दी। लेकिन रामआसरे तय समय और स्थान पर पहुंचा तो वहां कोई नहीं मिला। उसने तेजपाल को फोन किया, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। इसके बाद उसे ठगी का एहसास हुआ। इसी गांव का संदीप शुक्ला भी ठगी का शिकार बताया गया है। शातिर द्वारा उससे पांच लाख रुपये आर्मी टेक्निकल विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर लिए गए।

लाइन में मिलता था आरोपी

मुलायम ने बताया कि शक न हो इसलिए तेजपाल पुलिस लाइन में मिलता था। वह अपने पिता को एसओ बताता था। पीडि़त के मुताबिक भेद खुलने पर रुपये वापस मांगे गए तो आरोपी ने आंख दिखाना शुरू कर दिया। आरोपी पर दूसरे जनपदों में भी मामले दर्ज बताए जाते हैं।

आरोपी से फर्जी आई कार्ड बरामद

पुलिस ने आरोपी के पास से आर्मी व पुलिस की ड्रेस में खिंचवाए गए बड़ी मात्रा में फोटो, पुलिस का फर्जी परिचय पत्र, थल सेना का फर्जी परिचय-पत्र, स्मार्ट कार्ड, सेना का स्मार्ट कैंटीन कार्ड आदि बरामद किए हैं।

बड़ा गैंग तो सक्रिय नहीं

माना जा रहा है कि दबोचा गया शातिर फर्जीवाड़े के खेल का सदस्य है। इस गैंग में और भी लोग हो सकते हैं। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर ही है। पुलिस के मुताबिक गाजीपुर के पांच-छह लोगों को भी इसने चूना लगाया है। अन्य शहरों में भी इसके खिलाफ मुकदमों की जानकारी की जा रही है।