PATNA : राजधानी सहित प्रदेश में फर्जी फिजियोथेरेपी सेंटर चल रहे हैं जो मरीजों का मर्ज बढ़ा रहे हैं। आम लोगों की जान से खेल रहे इन सेंटरों को बंद कराया जाएगा। इसके लिए सरकार से मांग की जाएगे जिससे लोगों को राहत मिले। यह निर्णय शनिवार को पटना के साई हेल्थ केयर वेलनेस सेंटर पर आयोजित इंडियन एसोसिएशन आफ फिजियोथेरेपी की राज्य स्तरीय बैठक में लिया गया है।

-सरकार से है बड़ी उम्मीद

बैठक की अध्यक्षता करते हुए आईएपी के संयोजक डॉ नरेंद्र कुमार सिंहा ने कहा कि फिजियोथेरेपी की हर समस्या के समाधान को लेकर सरकार से काफी उम्मीदे हैं। फर्जी एसोसिएशन को बंद किया जाए और मरीजों की जान से खेलने वालों पर अंकुश लगाया जाए। राज्य सरकार द्वारा कौंसिल निर्माण को लेकर हो रही देरी पर चर्चा हुई और इस पर ध्यान देने की बात कही गई।

इस दौरान डॉ राजीव कुमार सिंह ने कहा कि 2005 के बाद कोई भी स्थाई नियुक्ति नहीं हुई है। इसे लेकर भी एसोसिएशन ने चर्चा की है। दिव्यांग अस्पताल को लेकर भी विस्तार से चर्चा हुई। इस दौरान 18 फरवरी को होने वाले एसोसिएशन के कांफ्रेस की सफलता को लेकर भी रणनीति बनाई गई। इसी क्रम में कई समस्या पर चर्चा हुई। बैठक में डॉ विनय पांडेय, डॉ उमा शंकर, डॉ निरंजन, डॉ विवेक, डॉ सुमन, डॉ अखिलेश, डॉ सुजीत, डॉ पंकज ने भी समस्या उठाई।