-बर्बाद फसल को देखकर इलाहाबाद व कौशांबी में मरे किसान

मौसम की मार से कितना नुकसान हुआ है, इसका सही पता तो मड़ाई के बाद ही चल रहा है। मंडाई में मुट्ठी भर उपज देख कर किसानों का कलेजा फट जा रहा है। दूर से पूरी फसल ठीक नजर आती है, लेकिन हकीकत में सब कुछ बर्बाद हो चुका है। इस जबर्दस्त सदमे के चलते इलाहाबाद, कौशांबी व प्रतापगढ़ में बीते चौबीस घंटों में तीन किसानों की मौत हो गई।

इलाहाबाद के करछना तहसील के घूरपुर थाना क्षेत्र के घोगापुर गांव निवासी अनूपा देवी पत्नी बैद्यनाथ यादव पांच बीघे की काश्तकार थी। सोमवार को गेहूं की मड़ाई हुई तो उपज काफी कम देख कर उन्हें गहरा सदमा लगा। वह अचेत होकर गिरीं तो फिर नहीं उठ सकीं। प्रतापगढ़ के कन्हई थाना क्षेत्र के सरसीखाम रामशरण वर्मा (म्भ्) के पास दो बीघा खेत थे। इसमें गेहूं लगा रखा था। मड़ाई में महज एक बोरी गेहूं मिला। इससे उन्हें गहरा सदमा लगा। हार्ट अटैक के चलते रविवार रात उनकी मौत हो गई। इसी तरह कौशांबी के सदर तहसील के बरुवा निवासी दयाराम (म्0) के पास लगभग साढ़े चार बीघा भूमि है। दयाराम ने गेहूं की फसल तैयार की थी। रविवार को गेहूं की मड़ाई करा रहे थे। उपज देख दयाराम की खेत में ही हालत बिगड़ गई। सीने में तेज दर्द हुआ। जब तक परिजन कुछ समझ पाते, दयाराम की मौत हो चुकी थी।