- किसानों की आर्थिक तंगी से पड़ रहा व्यापार पर बुरा असर

Mawana : देश की खुशहाली का रास्ता खेत-खलियानों से होकर जाता है, लेकिन आज किसान खुशहाल नहीं है। वर्तमान हालात में अन्नदाता खुद बर्बादी के कगार पर पहुंचने से खून के आंसू रो रहा है। एक ओर तो गन्ने का भुगतान न होने से आíथक संकट झेलना पड़ रहा और रही सही कसर बेमौसम बरसात से तबाह हुई गेहूं, सरसो आदि की फसलों ने कर दी है। किसानों की तंगी से नगर के व्यापार पर भी बुरा असर पड़ रहा है।

फसल तबाह

इस बार बेमौसम बारिश व तेज हवा के चलते गेंहू, सरसो, मटर आदि की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। ढिकौली के किसान भगत जी ने बताया कि उन्होंने ख्ख् बीघा गेहूं ठेके पर जमीन पर जमीन लेकर बोई थी। फसल काफी अच्छी थी, लेकिन गत दिवस बेमौसम बारिश, तेज हवा व ओलावृष्टि से गेहूं की फसल तबाह हो गई। गेहूं के अलावा सरसो, मटर व आलू की फसल में भी भारी नुकसान हुआ है। गेहूं की बाल काली पड़ गई है। मजदूरों से कटाई कराने पर औसत नहीं आएगा। इसलिए किसान खुद परिवार को साथ लेकर गेहूं कटाई करनी पड़ रही है। जंगल में कहीं गेंहू की फसल लहलहाती नजर आती है तो वहीं बारिश से तबाह गेहूं की फसल। इस समय किसान बेबस है। किसानों की तंगी के चलते बाजार भी प्रभावित है।