मवेशी, कोल्हू लेकर आए किसानों ने कलेक्ट्रेट में डाला डेरा, दी गिरफ्तारी

- भाकियू मनाएगा किसान क्रांति वर्ष

LUCKNOW: गन्ना मूल्य भुगतान समेत अपनी विभिन्न मांगों पर सरकार की बेरूखी से नाराज किसानों ने शनिवार को कलेक्ट्रेट में डेरा डाल दिया। अपने मवेशी और कोल्हू लेकर आए किसानों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दोपहर करीब एक बजे सैकड़ों किसानों ने 'जेल भरो आन्दोलन' के तहत गिरफ्तारियां दीं। किसान 'भारतीय किसान यूनियन' के बैनर तले एकजुट हुए थे।

मवेशी और कोल्हू लेकर पहुंचे किसान

प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से किसान शानिवार सुबह करीब दस बजे से ही कलेक्ट्रट में एकजुट होना शुरू हुए। ट्रैक्टर ट्राली से अपने मवेशी और कोल्हू लेकर आए किसानों ने सरकार विरोधी जमकर नारेबाजी की। किसानों की लगातार बढ़ती संख्या से पुलिस-प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। कलेक्ट्रट से हटाए जाने पर किसान पुलिस से उलझ गए। इस दौरान पुलिस और किसानों में तीखी नोकझोंक भी हुई। बाद में दोपहर करीब एक बजे सभी किसानों ने 'जेल भरो आन्दोलन' के तहत गिरफ्तारियां दीं।

किसान क्रांति वर्ष मनाएगा भाकियू

इससे पहले भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, 'किसानों की दयनीय स्थिति के बावजूद प्रदेश सरकार 2016 को किसान वर्ष मना रही है। जबकि भाकियू 2016 को 'किसान क्रान्ति' वर्ष मनाएगी। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड के किसानों की स्थिति सबसे ज्यादा दयनीय है। जिसके चलते यहां के किसान अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए दूसरे प्रदेश की ओर पालयन कर रहे हैं। किसान नेता ने प्राकृति आपदा के बर्बाद फसलों का मुआवजा, बुंदेलखण्ड के किसानों का पलायन रोकने को उचित उपाय, चेक वितरण धांधली पर रोक लगाने की मांग उठाई।

बुंदेलखंड से पलायन कर रहे लोग

जिला अध्यक्ष हरिनाम वर्मा ने कहा कि बुंदेलखंड से लोग पलायन कर चुके हैं। ऐसी स्थिति में सरकारी मशीनरी पूरी तरह से फेल हो चुकी है। उन्होंने कहा पिछले वर्ष का भुगतान नहीं होने से गन्ना किसान की स्थिति बत्तर हो गई है। चेतावनी दी, किसानों की समस्याओं का निराकरण नहीं होने तक किसान हर रोज कलेक्ट्रट में आवाज बलुंद कर गिरफ्तारियां देंगे।