- लगातार बदलते मौसम से वैज्ञानिक भी है हैरान

- वेस्टर्न डिस्टर्बेंस को बताया कारण, किसान परेशान

Meerut : वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक बार फिर उत्तरी भाग के लिए खलनायक बना है। पिछले कुछ दिनों से मौसम लगातार करवट बदल रहा और इसका खामियाजा पब्लिक को भुगतना पड़ रहा है। सप्ताह भर में तीन बार मौसम बदल चुका है और हल्की बारिश के साथ कई जगह ओलों की बरसात भी हुई। मौसम का लगातार बदलना जहां मौसम वैज्ञनिकों के चिंता का सबब बना है वहीं क्षेत्र की पब्लिक के लिए भी परेशानी परोस रहा है।

वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर

वैज्ञानिकों के अनुसार वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर मार्च के अंत तक ही रहता है। इसके बाद मौसम सामान्य रूप से बदलता है। लेकिन इस बार वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर कुछ ज्यादा ही है और मौसम पर भी पूरा हावी है। जनवरी के बाद फरवरी और मार्च में भी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस ने अपनी ताकत का अहसास कई बार बारिश, आंधी और ओलों के रूप में कराया। अब अप्रैल में भी पिछले पंद्रह दिनों में कई बार मौसम बदला और पब्लिक के लिए परेशानी भरा रहा।

बेमौसम की बारिश

सप्ताह में दो बार तेज हवा के साथ क्षेत्र के बारिश हुई। वेस्ट में कई जगह तेज और कुछ जगह हल्की बूंदाबादी हुई। मंगलवार की रात मौसम साफ था। लेकिन बुधवार की सुबह मौसम अचानक बदल गया और बारिश की फुहार जमीन पर गिरी। बदले मौसम ने शहर की सड़कों को तर कर दिया। हालांकि बारिश हल्की थी, लेकिन बेमौसम के बिगड़ रहा मौसम चिंता का विषय है।

हलकान है किसान

अप्रैल माह के मध्यम में गेहूं की फसल की कटाई जोरों पर होती है। ऐसे में मौसम का बिगड़ना फसल को बर्बाद कर सकता है। आसमान में आते बादलों को देख किसान काफी परेशान है। बुधवार की सुबह भी मौसम का रंग बदलते ही किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीर काफी गहरी हो गई। उधर, इस समय आम की फसल पर भी बोर आया हुआ है। ऐसे में तेज हवा के साथ अगर बारिश हुई तो फसल को भी काफी नुकसान होगा।

वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण मौसम का मिजाज फिर से बदल गया है। अभी कुछ दिन मौसम ऐसी की बदलेगा और हल्की बारिश की संभावना है।

- डॉ। अशोक कुमार, नोडल अधिकारी, सरदार बल्लभभाई पटेल कृषि यूनिवर्सिटी