10 अप्रैल को होगा जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन

स्थापना दिवस को मनाया जाएगा किसान दिवस

आगरा। किसानों की समस्याओं को लेकर दस अप्रैल को दिल्ली स्थित जंतर मंतर पर किसानों की समस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। यह निर्णय शनिवार को भारतीय किसान संघ बृज प्रांत की रामबाग स्थित संघ कार्यालय पर हुई बैठक में निर्णय लिया।

आयात के सौदे कैंसिल किए जाएं

किसान संघ के क्षेत्र संगठन मंत्री सोनपाल एवं प्रांत संगठन मंत्री धर्मेद्र कुमार ने कहा कि विश्व के विकसित देशों में किसानों को कृषि से जुडे़ विभिन्न कार्यो के लिए विभिन्न नामों से अनुदान दिया जाता है। जिससे कम बाजार मूल्य पर भी किसानों को फसल का पर्याप्त लाभकारी मूल्य मिलता है। उन्होंने कहा कि हमारा देश गेहूं उत्पादन पर आत्मनिर्भर है। सरकार ने अगर गेहूं आयात किसान तो किसानों को घाटा होगा। उन्होंने बताया कि 5, 6 और 7 फरवरी को निजामाबाद में भारतीय किसान संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में प्रस्ताव रखा कि गेहूं के वर्तमान में आयात के सौदे रद्द किए जाएं।

समिति गठन की मांग उठाई

संघ ने मांग की है कि एक विशेष समिति के गठन की मांग की है, जिसमें कृषि वैज्ञानिक एवं किसान संगठनों के प्रतिनिधियों को शामिल किए जाएं। किसान संघ के जिलाध्यक्ष एवं प्रांत आंदोलन प्रमुख मोहन सिंह चाहर ने बताया कि 39 वें स्थापना दिवस को 3, 4 और 5 मार्च स्थापना दिवस के रूप में प्रांत के प्रत्येक जिले में मनाया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी दीं गई हैं। उन्होंने बताया कि 10 अप्रैल को संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने के अलावा किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। आलू की गिरती हुई कीमतों पर चिंता व्यक्त की।

कई किसान हुए एकजुट

बैठक सोनपाल, धर्मेद्र कुमार, प्रांत अध्यक्ष केशव सिंह चौहान, रामकुमार जुडैल, रिषी कुमार, मोहन सिंह चाहर, रामुराज सिंह, लाल मोहन, अनिल गुप्ता, पूरन सिंह, प्रभात कुमार, रामस्वरूप, दिलीप सिंह आदि मौजूद थे।